श्री बजरंबली दिलाते है शनि पीड़ा से मुक्ति

यदि आपकी कुंडली में शनि निम्न हो या फिर आप शनि पीड़ा से परेशान हों तो आपको ये कुछ उपाय राहत दे सकते हैं।दरअसल शनि देव न्याय के अधिपति माने जाते हैं। शनि देव पूर्व जन्म और वर्तमान जन्म के कर्म के अनुसार अपना फल देते हैं। भगवान शनि देव को शनिवार को तेल का दान देने के ही साथ चीटियों का आटा खिलाने से वे प्रसन्न होते हैं। अर्थात् एक स्थान पर चीटियों के लिए आटा रख दें। यही नहीं काले कुत्ते को रोटी खिलाऐं तो शनि पीड़ा दूर होती है।

शनि देव को प्रसन्न करने के लिए लोहे का दान भी एक अच्छा उपाय है। किसी गरीब को भोजन करवाना भी एक अच्छा उपाय है। इसके अलावा श्री हनुमान जी की आराधना सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। श्री हनुमान जी को कई तरह से प्रसन्न किया जा सकता है।

शनिवार को भगवान श्री हनुमान के मंदिर में तेल का दीपक लगाने और श्री हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने से भगवान शनि की पीड़ा दूर होती है। दरअसल भगवान श्री हनुमान जी शनि पीड़ा को दूर करने के देव माने जाते हैं। भगवान श्री हनुमान के बारह नामों को याद कर भी शनि पीड़ा को दूर किया जा सकता है। इन नामों में ऊॅं हनुमान, अंजनी सुत, वायु पुत्र, रामेष्ठ, पिंगाक्ष, अमित विक्रम, उद्धिक्रमण, सीता शोक विनाशन, लक्ष्मण प्राण दाता, दशग्रीव दर्पहा।

प्रातः का हर दिन भगवान के इन नामों का उच्चारण करने से लंबी आयु मिलती है। अभिष्ट की सिद्धि होती है। रात्रि के समय व्यक्ति की शत्रु से जीत होती है। यही नहीं भगवान श्री हनुमानजी महाराज सभी दिशाओं और आकाश-पाताल से रक्षा करते हैं।

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