आज है सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि, जाने सांपों से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में…

आज सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है, इस अवसर पर पूरे देश में नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। आज के दिन शिव मंदिर में नागों की विशेष पूजा की जाती है। नाग पंचमी पर 12 प्रकार के सर्प की पूजा होती है। नाग पंचमी के दिन देश के कुछ हिस्सों से सांपों को दूध पिलाने की घटनाएं सामने आती हैं। हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आज नाग पंचमी के अवसर पर हम आपको सांपों से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए।

1. सांप दूध पीते हैं

कई लोग सोचते हैं कि सांप दूध पीते हैं, इसलिए नाग पंचमी पर सांप को दूध पिला देते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि वैज्ञानिक आधार पर देखा जाए तो सांप अंडे देते हैं, उनके अंदर स्तन ग्रंथियां नहीं होती हैं। उनके अंदर दूध को पचाने के लिए आवश्यक एंजाइम नहीं होती है। ना ही वे इसे अपने शरीर के अंदर पैदा कर सकते हैं। इस ​स्थि​ति में दूध उनके लिए जहर का काम करता है। दूध जब पचता नहीं है तो वो उनके लिए शरीर में संक्रमण और अपच की समस्या पैदा कर सकता है। कई सांप तो दूध पीने के बाद जिंदा भी नहीं रहते हैं।

2. नाग मणि

हम लोगों ने पौराणिक कथाओं में नाग मणि के ​किस्से सुने हैं, जिसे पा लेने से व्यक्ति के लिए कोई भी चीज असंभव नहीं रह जाती है। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ होता नहीं है। यह एक प्रचीन और पौराणिक मिथक है। सांप भी हाड़-मांस से बना है। नाग मणि की चाह में लोग सांपों को मार डालते हैं।

3. बीन की धुन पर नाचते हैं सांप

यह भी एक बड़ा मिथक है कि सपेरे के बीन की धुन पर सांप नाचते हैं। दरअसल में सांप हमले की दशा में तेजी से प्रतिक्रिया देते हैं। बीन लंबा होता है, बीन को पास आता देखकर सांप डरकर हमले की मुद्रा में आ जाता है। सांप के कान नहीं होते हैं, तेज आवाज को वह सुन नहीं सकता। कंपन को वह महसूस कर सकता है।

4. इच्छाधारी और साथी का बदला लेने वाले सांप

ये दोनों बातें भी सत्य नहीं हैं। आपने कथाओं या फिर फिल्मों में ऐसा देखा या सुना होगा। लोगों कहते हैं कि सांप अपने साथी के मारने वाले की तस्वीर दिमाग में कैद कर लेते हैं। वास्तव में ऐसा नहीं होता क्योंकि सांप के पास उस उच्च क्षमता वाला मस्तिष्क नहीं होता है, जो कि दूसरे सांप की मौत पर सहानुभूति जैसे भाव को संजो सके। या फिर आपके चेहरे की डिटेल रख पाए।

5. कई सिर वाले सांप

धार्मिक कथाओं में हमने पढ़ा है या फिर टीवी में एक साथ कई सिर वाले सांप के बारे में देखा है। ये सभी चीजें हिन्दू पौराणिक कथाओं से ली गई हैं। जैसे टीवी में देखा है कि शेषनाग के कई सिर हैं या फिर कालिया नाग। ये सभी पौराणिक ​कथाओं के पात्र हैं। वास्तव में अभी तक ऐसे किसी नाग या सांप के बारे में कहीं कुछ नहीं मिलता।

आइये जाने क्यों हैं भगवान शिव शंकर के गले में नागराज वासुकी.....
बकरीद पर देने जा रहे हैं बकरे की कुर्बानी तो इन बातों का रखे ख्याल

Check Also

शीघ्र विवाह के लिए गुरुवार के दिन करें ये उपाय

ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में गुरु ग्रह के कमजोर होने पर विवाह में बाधा …