यात्रियों के लिए इस दिन खुलेंगे श्री हेमकुंड साहेब के कपाट, तैयारियां हुई शुरू

हेमकुंड साहिब को सिखों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान माना जाता है. इस वर्ष श्री हेमकुंड साहिब को 10 मई से श्रद्धालुओं के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है. हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा ने बताया कि बीते मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भेंट की थी. इस मुलाकात के बाद हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून के स्थान पर 10 मई, 2021 को खोलने का निर्णय लिया है. कोविड 19 के कारण बीते एक साल से हेमकुंड साहिब की यात्रा प्रभावित हो रही थी.

हेमकुंड के कपाट खोले जाने का दिन तय हो जाने के बाद हेमकुंड यात्रा को लेकर तैयारियां आरंभ हो गई हैं. ट्रस्ट की मानें तो अप्रैल माह के पहले सप्ताह में भारतीय सेना की टीम हेमकुंड यात्रा धाम के रास्ते से बर्फ को हटाना प्रारंभ कर देगी.

हेमकुंड साहिब कहां हैं?
हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में स्थित हैं. हेमकुंड साहिब हिमालय की गोद में बसे हुए हैं. यह स्थान सिख धर्म की आस्था का प्रतीक माना जाता है. हर वर्ष इस स्थान पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं. यहां पर देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं. बर्फ से ढकी चोटियों के बीच हेमकुंड साहिब समुद्र तल से 4329 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं. यहां आकर मन को विशेष शांति मिलती है. हिमकुंड साहिब की यात्रा को बहुत कठिन माना जाता है.

हेमकुंड साहिब जाने के लिए मौसम सबसे बड़ी चुनौती माना जाता है. यहां पर साल के 7-8 महीने बर्फ जमी रहती है. इसी बर्फीले रास्ते से होकर ही श्रद्धालुओं को हेमकुंड साहिब की यात्रा को पूरा करना होता है.

घर के इस स्थान पर भूलकर भी ना रखें तुलसी का पौधा, हो सकती धन और बुद्धि की हानि
चाणक्य नीति: झूठ, धोखा और दूसरों की बुराई करने वालों को नही मिलता है मान- सम्मान

Check Also

घर में घुसते ही नहीं पड़नी चाहिए इन चीजों पर नजर…

वास्तु शास्त्र को हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। मान्यताओं के अनुसार, यदि …