मुस्लिम समाज के लिए रमजान महीने का अधिक महत्व होता है। यह इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है। इसे अल्लाह की इबादत का महीना भी कहा जाता है। रमजान की शुरुआत चांद दिखने के साथ होती है और इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग रोजे रखते हैं। रोजा सूर्योदय से पहले शुरू होता है और सूर्यास्त पर खत्म हो जाता है। इस दौरान खाने पीने की मनाही होती है। शाम में इफ्तार करते हैं। इस वर्ष रमजान 11 मार्च, 2024 से शुरू और 9 अप्रैल, 2024 को समापन होने की उम्मीद है, परंतु रमजान की सही डेट हर देश में चंद्रमा के दर्शन के आधार पर थोड़ी अलग हो सकती हैं। ऐसे में लोग धार्मिक निकायों से रमजान शुरुआत की तारीख की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। चलिए आपको बताएंगे विभिन्न देशों में रमजान की अपेक्षित तारीखों के बारे में।
- अल्जीरिया- 11 मार्च, 2024
- अल्जीरिया- 11 मार्च, 2024
- कुवैत -11 मार्च, 2024
- सऊदी अरब -11 मार्च, 2024
- सेनेगल -11 मार्च, 2024
- ओमान- 11 मार्च, 2024
- पाकिस्तान-11 मार्च, 2024
- क़तर -11 मार्च, 2024
- लेबनान-11 मार्च, 2024
- दक्षिण अफ़्रीका -11 मार्च, 2024
- ट्यूनीशिया- 11 मार्च, 2024
- तुर्की- 11 मार्च, 2024
- संयुक्त राज्य -11 मार्च, 2024
- मालदीव -11 मार्च, 2024
- मोरक्को- 11 मार्च, 2024
- बांग्लादेश- 12 मार्च, 2024
- मिस्र- 12 मार्च, 2024
- भारत- 12 मार्च, 2024
- उत्तरी मैसेडोनिया- 12 मार्च, 2024
- इंडोनेशिया -12 मार्च, 2024
इस वजह से खास है रमजान
इस्लाम धर्म के अनुसार, रमजान के महीने में पैगंबर मोहम्मद साहब को कुरान की आयतें खुदा से मिली थी। इसके लिए लोग रमजान के माह में रोजा रखकर खुदा की इबादत करते हैं। इस महीने में पहले 10 दिन के रोजे को रहमत, दूसरे 10 दिन के रोजे को बरकत और तीसरे 10 दिन के रोजे को मगफिरत कहते हैं।
करें ये कार्य
- इस महीने में प्रतिदिन नमाज अदा करनी चाहिए। इसके लिए रोजे रखने के साथ-साथ रोजाना पांचों वक़्त की नमाज अवश्य अदा करें।
- समय पर सहरी और इफ्तार करें।
- खुदा की इबादत करें।
- सहरी और इफ्तार के लिए खाने पीने को चीजों को श्रद्धा अनुसार दान करें।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।