चार रविवार पूजन से शुभ फल देते हैं श्री सूर्य देव

रविवार को सूर्य देव का दिन बताया जा रहा है। रविवार के दिन सूर्य का अर्चन करने से भगवान दीर्घायु प्रदान करते हैं। यही नहीं यश और कीर्ती भी बढ़ती है। भगवान को यूं तो हर दिन स्नान के बाद अध्र्य प्रदान करना चाहिए। मगर यदि तांबे के पात्र में जल भरकर कुछ गुड़ मिलाया जाए और चार रविवार को अध्र्य दिया जाए तो भगवान सूर्य की आराधना की जा सकती है। इस दौरान ऊॅं वरूणाय नमः मंत्र का जाप किया जा सकता है। सूर्य देव को केला और चांवल के साथ ही चांवल की खीर समर्पित की जाए तो वे शुभ फल प्रदान करते हैं।

यही नहीं भगवान सूर्य को भोग लगाकर यह खीर गरीबों को खिलाने और अपने परिवार के साथ खीर का सेवन करने से अच्छा लाभ मिलता है। यदि सूर्य भगवान की कृपा होती है तो जातक को सरकारी सेवा क्षेत्र में लाभ मिलता है। उसकी प्रतिष्ठा बढ़ती है और अधिकारियों से भी उसे सहयोग मिलता है। सूर्य देव पंचदेवों में बहुत महत्वपूर्ण हैं।

भगवान सूर्य को हिरण्यगर्भ भी कहा जाता है। भगवान सूर्य सभी की मनोकामनाऐं पूर्ण करते हैं। रविवार को स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्र या परिधान पहनने के बाद सूर्य देव को नमन करने से और उन्हें कनेर का फूल, चमेली का फूल और कुमकुम समर्पित करने से लाभ होता है। नवग्रह मंदिर में जाकर दान भी किया जा सकता है। इससे लाभ मिलता है।

एक ऐसा मंदिर जंहा विराजमान है गोबर के गणपति बापा
सूर्य ने की थी शिव की तपस्या, मिला था वरदान

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