नवांशहर, बलाचौर, बंगा : अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक विजय दशमी का पर्व वीरवार को दशहरा उत्सव कमेटी के तत्वाधान में श्रद्धा व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया।

नवांशहर के चंडीगढ़ रोड पर स्थित मिलेट्री ग्राउंड में दशहरा मेला बीते एक सप्ताह से चल रहा है। मेला स्थल पर विभिन्न तरह के झूले और मौत का कुंआ लोगों की आकर्षण का केंद्र रहे। इस मौके पर कमेटी द्वारा विभिन्न प्रकार के खेलों की प्रतियोगिताएं भी हुई, जिनमें जिमनास्टिक व कबड्डी की प्रतियोगिता का लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया। मेला स्थल पर हजारों की भीड़ जय श्रीराम के नारे लगा रही थी। बच्चों ने श्रीराम लक्षमण के युद्ध हथियार के प्रतीक अस्त्र शस्त्रों में तीर धनुष व हनुमान जी की गदा आदि की खूब खरीदारी की। दशहरा के भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में मार्कफैड पंजाब के चेयरमैन व नवांशहर के हलका इंचार्ज स.जरनैल ¨सह वाहद, नगर परिषद के प्रधान ललित मोहन पाठक व विधायक गुरइकबाल कौर बबली के अलावा गणमान्य शहरी उपस्थित थे।

दोपहर दो बजे मेला स्थल पर खेल प्रतियोगिता संपन्न होने के साथ ही शाम चार बजे रथ में सवार होकर पुरुषोत्तम श्रीराम अपने छोटे भाई लक्ष्मण, हनुमान व वानर सेना के साथ रण क्षेत्र में पहुंचे। रावण भी अपनी आसुरी सेना के साथ रण मैदान में आया। इसके साथ शुरू हुआ श्रीराम-रावण की सेना में युद्ध। श्रीराम के सेना में ¨चता व्याप्त हो गई। इसी बीच विभीषण ने श्रीराम जी के पास जाकर बताया कि की जब तक रावण की नाभि को तीर से नहीं भेदा जाएगा, तब तक रावण की मौत संभव नहीं है, क्योंकि उसने अमृतपान किया हुआ है, जोकि उसकी नाभि में मौजूद है। बस इसके साथ ही भगवान श्री राम ने मंत्र उच्चारण के साथ अभेद तीर से रावण की नाभि को बेध दिया,तीर लगते ही रावण जोरदार अट्ठाहस और चित्कार के साथ धरती पर गिरा। इसके साथ ही मेला स्थल पर मौजूद मुख्य अतिथियों ने श्रीराम के साथ अग्नि बाण कुंभकरण फिर मेघनाथ और अंत में रावण के पुतले पर छोड़ा। पुतलों मों आग लगते ही भीड़ जलते पुतलों की बांस रूपी अस्थियों के लिए टूट पड़ी। मुख्य अतिथि स.जरनैल ¨सह वाहद ने दशहरा उत्सव कमेटी को अपनी ओर से पचास हजार की राशि भेंट की।

जिले के बंगा, औड़ व राहों और बलाचौर में भी दशहरा का उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। राहों के दशहरा मेला में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रो. प्रेम ¨सह चदूं माजरा थे। उन्होंने मेला कमेटी को पांच लाख रुपए भेंट किए। उन्होंने घोषणा की कि यह राशि स्टेडियम के निमार्ण के लिए है। बंगा के दशहरा मेला में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद प्रो.प्रेम ¨सह चंदू माजरा व हलका इंचार्ज डा.सुख¨वदर कुमार सुक्खी थे। इस मौके पर प्रभु श्रीराम की लीला की गाथा का बखान करती हुई रामलीला का मंचन हुआ। राम-रावण व वानर-राक्षस के बीच भयंकर युद्ध हुआ। रावण के अट्टाहास व श्रीराम के जयकारों से श्रद्धालु रोमांचित हुए। श्रीराम ने अनेक बाण चलाए मगर रावण टस से मस नहीं हुआ। अंतत: विभीषण ने भेद दिया तो राम ने दशानन को परलोक भेज दिया। बीच बीच में आतिशबाजी से समां बंधा।

नवांशहर के दशहरा मेला में पचपन फुट ऊंचा रावण, पचास फुट ऊंचा कुंभकरण तथा पैंतालिस फुट ऊंचा मेघनाथ का पुतला था। औड़ के दशहरा मेले में मुख्य मेहमान के रूप में बंगा के शिअद हलका इचार्ज डा.सुख¨वदर कुमार सुक्खी शामिल हुए थे। वहीं पर राहों और बलाचौर में दशहरा का मेला बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। बलाचौर के दशहरा मेले में इस मौके पर चेयरमैन तिरलोचन ¨सह रक्कड़, पार्षद नरेश चेची, राजू राना, बाबी राना, स¨वदर ¨सह सुब्बा, एसडीएम जगजीत ¨सह, नायब तहसीलदार गुर¨जदर ¨सह एवं गणमान्य शहरी उपस्थित थे। इस मौके पर हजारों की संख्या में लोग मेला स्थल पर दशहरा उत्सव का लुत्फ उठाने आए हुए थे। शाम करीब साढ़े पांच बजे पुतलों को आग लगाई गई, और जय श्रीराम के जयघोष के साथ ही मेला संपन्न हुआ।