आप सभी को बता दें कि इस साल की अंतिम कालाष्टमी 29 दिसंबर को है. ऐसे में इस बार आप चाहे तो अष्ट भैरव हवन कर कालभैरव को खुश कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं पूजा के लाभ और इस दिन क्या ना करें.

पूजा के लाभ – कहा जाता है इस हवन और पूजा को करने से सौभाग्य की प्राप्ति एवं जीवन में खुशहाली का आगमन होता है. इसी के साथ इसे करने से ऋण से मुक्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती. इस पूजा से सभी परेशानियों और बीमारियों से मुक्ति मिल जाती है.
क्या ना करें –
1. कहते हैं कालाष्टमी के दिन झूठ नहीं बोलना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से जीवन में परेशानी आती है.
2. कहा जाता है कालाष्टमी के दिन अगर व्रत करते है तो अन्न ग्रहण ना करें और घर में गंदगी ना करें घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
3. कहा जाता है कालाष्टमी के दिन कुत्ते को मारना नहीं चाहिए और इस दिन कुत्तों को भोजन करवाना चाहिए.
4. कहते हैं कालाष्टमी में काल भैरव की पूजा में तब तक सम्पन्न नहीं मानी जाती जब तक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा नहीं करते.
5. माता-पिता और गुरु का अपमान न करें.
6. ध्यान रखे कि इस दिन बिना भगवान शिव और माता पार्वती के काल भैरव पूजा नहीं करें.
7. इस दिन रात में सोना नहीं चाहिए और संभव हो तो जागरण करें.
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।