कल देशभर में राखी का त्यौहार मनाया गया और सभी बहनों ने अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधी. अब जल्द ही कृष्ण जन्माष्टमी आने वाली है जिसकी तैयारी में लोग अभी से जुट गए हैं. इस दिन भगवान कृष्ण की विशेष रूप से पूजा की जाती हैं. दरअसल जन्माष्टमी की रात को ही भगवान कृष्णा का जन्म हुआ था और इस दिन को बड़ी धूमधाम और जश्न के साथ मनाया जाता है.
भगवान कृष्ण को फूलों से सजाया जाता और उन्हें झूला झुलाया जाता है. पुराणों के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रात ठीक 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था और इस बार कृष्ण जन्माष्टमी 3 सितंबर 2018 को पड़ेगी.
इस दिन भक्त पूरे दिन व्रत रखकर कृष्ण जन्म के बाद ही प्रसाद ग्रहण करते हैं. लेकिन आप भगवान कृष्ण की पूजा के दौरान इन मंत्रो का जाप करना न भूले. ऐसा कहा जाता है कि अगर आप इन मंत्रो का जाप करते हैं तो आपसे भगवान कृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं साथ ही आप पर उनकी विशेष कृपा रहेगी.
श्री कृष्ण मंत्र :
सकृन्मनः कृष्णापदारविन्दयोर्निवेशितं तद्गुणरागि यैरिह।
न ते यमं पाशभृतश्च तद्भटान् स्वप्नेऽपि पश्यन्ति हि चीर्णनिष्कृताः॥
अविस्मृतिः कृष्णपदारविन्दयोः
क्षिणोत्यभद्रणि शमं तनोति च।
सत्वस्य शुद्धिं परमात्मभक्तिं
ज्ञानं च विज्ञानविरागयुक्तम्॥
शय्यासनाटनालाप्रीडास्नानादिकर्मसु।
न विदुः सन्तमात्मानं वृष्णयः कृष्णचेतसः॥
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।