हर मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा का दिन होता है और अपने भक्तों की सच्ची भक्ति से हनुमान जी सरे कष्ट हर लेते है.
ऐसे में मंगलवार के दिन हनुमान जी के भक्त पूजा-अर्चना के साथ व्रत रखते हैं और शाम को व्रत खोलते हैं ऐसे में हनुमान चालीसा का पाठ भी करते हैं.
कहते हैं कि हनुमान चालीसा एक ऐसा माध्यम है जिसे पढ़कर भक्त हनुमानजी से ज्ञान, बल एवं बुद्धि की प्राप्ति कर सकता है लेकिन यह सब तभी संभव है जब बिना किसी भूल के हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए. तो आइए जानते हैं कैसे शुरू करें यह पाठ.
ना करें ये गलतियाँ
कहते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा मंगलवार या शनिवार से प्रारंभ करें, इसके बाद रोजाना कर सकते हैं और चालीसा का पाठ एक बार शुरू करने के बाद कम से कम 40 दिनों तक इस पाठ को करें, बीच में एक भी दिन ना छोड़ें.
कहा जाता है कि हनुमान चालीसा के उच्चारण के अलावा भी कई ऐसी गलतियां हैं, जो भक्त अनजाने में कर देते हैं वहीं हनुमान चालीसा का पाठ हमेशा नहाकर, साफ कपड़े पहनकर करना चाहिए.
इसी के साथ चालीसा पढ़ने से पहले हनुमान जी को गंगाजल से स्नान करवाना चाहिए साथ ही आपको लाल रंग के आसन पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए इसी के साथ चालीसा उपरांत यदि हनुमान जी को भोग लगा रहे हैं तो उस प्रसाद में तुलसी के पत्ते जरूर शामिल करना चाहिए.
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।