आज के युवाओं की यदि बात की जाये तो अधिकांश युवाओं की इच्छा होती है कि वे या तो नौकरी विदेश में जाकर करें या फिर एक बार ही सही विदेश घुमने का आनंद जरूर ले और इसके लिये वे प्रयास भी करते रहते है। लेकिन यदि ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से बात की जाये तो विदेश यात्रा किस्मत से ही हो सकती है, लिहाजा ज्योतिष के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि आखिर विदेश यात्रा के योग है भी या नहीं, इसके लिये योग्य ज्योतिषियों की सलाह लेना जरूरी है। 
जो लोग विदेश यात्रा करते है या फिर इसका योग संयोग है उनकी हथेली अथवा शरीर में कुछ ज्योतिषीय संकेत होते है, जिन्हें ज्योतिषी ही देखकर बताते है कि विदेश योग है या नहीं। ज्योतिषियों के अनुसार हस्तरेखा ज्योतिष से तिल या रेखा देखी जाती है। व्यक्ति की हथेली में होने वाली कुछ विशेष रेखायें यह दर्शाती है है कि विदेश यात्रा के योग है या नहीं।
शरीर के महत्वपूर्ण अंगों पर होने वाली तिल से भी विदेश यात्रा के संकेत मिलते है। यदि किसी व्यक्ति के पैर के तलवे पर तिल हो तो उसके योग अधिक बनते है। इसी तरह से हथेली में शुक्र पर्वत के सामने ही दूसरी ओर यदि चंद्र पर्वत होता है, इस तरह की हथेली व्यक्ति की कल्पना शक्ति, बुद्धि और कला क्षेत्र की रूचि को दर्शाता है वहीं कुछ रेखायें विदेश यात्रा होने की भी संभावना बताती है।
 Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।
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