दीवाली और धनतेरस के दिन को खरीदारी के लिए सबसे अच्छा और शुभ माना जाता है लेकिन अगर पुष्य रवि नक्षत्र का योग मिल जाए तो वह किसी भी शुभ तिथि से बढ़कर माना जाता है। आपको बता दें कि इस साल दीवाली 14 नवम्बर को है और उससे ठीक 7 दिन पहले 7 नवंबर 2020 को पुष्य नक्षत्र है जो 8 नवम्बर को भी रहने वाला है। इसका मतलब है कि इस बार शनिवार और रविवार दो दिन तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। बताया जा रहा है शनिवार को सुबह 8 बजे से लेकर रविवार को सुबह पौने 9 बजे तक पुष्य नक्षत्र रहने वाला है।
ज्योतिषों के मुताबिक नक्षत्रों का राजा पुष्य नक्षत्र में नए सामान/आभूषण/मशीनरी/बहीखाता आदि की खरीददारी का स्थाई शुभ संयोग होता है। ऐसा माना जाता है कि पुष्य नक्षत्र वाले दिन खरीदारी से अच्छे परिणाम मिलते हैं और पुष्य नक्षत्र को कार्यसिद्धि योग भी मानते हैं। वहीं शास्त्रों के मुताबिक इस मुहूर्त में किए गए कार्य सिद्ध हो जाते हैं। आने वाले 7 नवंबर के बाद आपको पुष्य नक्षत्र का योग सीधे 4-5 दिसंबर को मिल सकता है। वैसे दीवाली और धनतेरस के पास होने की वजह से इस शुभ मुहूर्त का महत्व और भी अधिक हो गया है। अब आइए जानते हैं कब-कब आता है पुष्य नक्षत्र?
कहा जाता है हर महीने एक दिन पुष्य नक्षत्र रहता है। इसका मतलब है साल में सिर्फ 12 दिन ही पुष्य नक्षत्र होता है। वहीं इस दौरान नए कार्य की शुरुआत और नई वस्तु जैसे वाहन आदि की खरीदारी कर सकते हैं।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।