आज चैत्र नवरात्र का आखिरी दिन यानी नवमी है और आज के दिन को राम नवमी भी कहा जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं राम नवमी पर भगवान राम की आरती।
भगवान राम की आरती-
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
पहली आरती पुष्पन की माला।
काली नाग नाथ लाये गोपाला॥
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
दूसरी आरती देवकी नन्दन।
भक्त उबारन कंस निकन्दन॥
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
तीसरी आरती त्रिभुवन मोहे।
रत्न सिंहासन सीता रामजी सोहे॥
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
चौथी आरती चहुं युग पूजा।
देव निरंजन स्वामी और न दूजा॥
आरती कीजै रामचन्द्र जी की।
हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥
पांचवीं आरती राम को भावे।
रामजी का यश नामदेव जी गावें॥
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।