न्यू टेस्टामेंट के अनुसार प्रभु ने मैरी नाम की एक कुंवारी लड़की के पास गैब्रियल नामक देवदूत भेजा। गैब्रियल ने मैरी को बताया कि वह प्रभु के पुत्र को जन्म देगी तथा बच्चे का नाम जीसस रखा जाएगा। वह बड़ा होकर राजा बनेगा, और उसके राज्य की कोई सीमाएं नहीं होंगी।
देवदूत गैब्रियल, जोसफ के पास भी गया और उसे बताया कि मैरी एक बच्चे को जन्म देगी, और उसे सलाह दी कि वह मैरी की देखभाल करे व उसका परित्याग न करे। जिस रात को जीसस का जन्म हुआ, उस समय लागू नियमों के अनुसार अपने नाम पंजीकृत कराने के लिए मैरी और जोसफ बेथलेहेम जाने के लिए रास्ते में थे। उन्होंने एक अस्तबल में शरण ली, जहां मैरी ने आधी रात को जीसस को जन्म दिया। इस तरह प्रभु के पुत्र जीसस का जन्म हुआ।
सेंट बेनेडिक्ट उर्फ सान्ता क्लाज
सेंट बेनेडिक्ट उर्फ सान्ता क्लाज लाल व सफेद ड्रेस पहने हुए एक वृद्ध पौराणिक चरित्र है, जो रेन्डियर पर सवार होकर बच्चों के लिए गिफ्ट देने आते हैं। क्रिसमस के दौरान प्रभु की प्रशंसा में लोग कैरोल गाते हैं। वे प्यार व भाई चारे का संदेश देते हुए घर-घर जाते हैं।
भारत के प्रमुख चर्च
भारत के कुछ बड़े चर्चों मे सेंट जोसफ कैथेड्रिल, और आंध्र प्रदेश का मेढक चर्च, सेंट कैथेड्रल, चर्च आफ सेंट फ्रांसिस आफ आसीसि और गोवा का बैसिलिका व बोर्न जीसस, सेंट जांस चर्च इन विल्डरनेस और हिमाचल में क्राइस्ट चर्च, सांता क्लाज बैसिलिका चर्च, और केरल का सेंट फ्रासिस चर्च, होली क्राइस्ट चर्च तथा माउन्ट मेरी चर्च महाराष्ट्र में, तमिलनाडु में क्राइस्ट द किंग चर्च।