शास्त्रों में मनोरथ पूर्ति व संकट मुक्ति के लिए अलग-अलग तरह की धारा से शिव का अभिषेक करना शुभ बताया गया है।
यदि मन में निराशा हो, परिवार में कलह हो, जीवन में अनचाहे दु:ख और कष्ट मिल रहे हो तब शिवलिंग पर दूध की धारा चढ़ाना सबसे अच्छा उपाय है।
इसमें भी शिवमंत्र ॐ नम:शिवाय का उच्चारण करते रहना चाहिए।
* वंश की वृद्धि के लिए शिवलिंग पर शिव सहस्त्रनाम बोलकर घी की धारा अर्पित करें।
* शिव पर जलधारा से अभिषेक मन की शांति के लिए श्रेष्ठ मानी गई है।
* भौतिक सुखों को पाने के लिए इत्र की धारा से शिवलिंग का अभिषेक करें।
* बीमारियों से छुटकारे के लिए शहद की धारा से शिव पूजा करें।
* गन्ने के रस की धारा से अभिषेक करने पर हर सुख और आनंद मिलता है।
* गंगा जल से शिव अभिषेक करने पर चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है। इससे अभिषेक करते समय महामृत्युंजय मंत्र जरुर बोलना चाहिए।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।