गुरुवायुरुप्पन को भगवान विष्णु का ही रूप माना जाता है. इसी वजह से इस मंदिर को गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर भी कहते हैं. केरल के इस पवित्र स्थान को दक्षिण भारत का द्वारका भी कहा जाता है, जहां कृष्ण का जन्म हुआ था.
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