हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। हर किसी के घर में पूजा का स्थान बहुत ही विशेष और खास माना जाता हैं पूजा घर, घर का वह स्थान होता हैं जहां पर मन शांति और सुकून से भर जाता हैं। पूजा घर का घर में होना जरुरी माना जाता है और जितना की एक शरीर को ऑक्सीजन की जरूरत होती हैं इससे आपके घर की सुख शांति तो बनी ही रहती हैं।
पूजा ग्रह किस तरह और कैसा होना चाहिए:
मंदिर हमेशा ही घर की उत्तर पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। इस दिशा में बना घर में मंदिर सुख शांति के साथ साथ आपकी सोच में भी स्पष्टता लाने में बहुत ही मदद करता हैं और इस दिशा में बने मंदिर में पूजा करने से मन को शांति प्राप्त होती हैं।
घर का मंदिर इशान कोण पर भी बना सकते हैं मगर हवन इत्यादि घर की पश्चिम दिशा में ही होना शुभ माना जाता हैं और घर के मंदिर की रोज अच्छी तरह से साफ सफाई होनी चाहिए।
इसी के साथ भगवान को चढ़ाने वाले पुष्प हमेशा ही ताजे होने चाहिए क्योंकि बासी हो चुके पुष्पों को जल्द से जल्द साफ कर देना चाहिए। ऐसे में अगर घर का मंदिर ही अस्त वयस्त रहेगा तो आपका मन भी हमेशा भटकता रहेगा और आपके घर में सुख शान्ति नहीं होगी।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।