बिहार के औरंगाबाद जिले का देव सूर्य मंदिर सूर्योपासना के लिए सदियों से आस्था का केंद्र बना हुआ है। ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से विश्व प्रसिद्ध त्रेतायुगीन इस मंदिर परिसर में प्रति वर्ष चैत्र और कार्तिक माह में महापर्व छठ व्रत करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती है। पश्चिमाभिमुख देव सूर्य मंदिर की अभूतपूर्व स्थापत्य कला इसकी कलात्मक भव्यता दर्शाता …
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छठ पर्व विशेषः चार दिन तक चलता है निर्जला व्रत
छठ का त्योहार सूर्योपासना का पर्व होता है। छठ का पर्व सूर्य की आराधना का पर्व है, प्रात:काल में सूर्य की पहली किरण और सायंकाल में सूर्य की अंतिम किरण को अघ्र्य देकर दोनों का नमन किया जाता है। सूर्य षष्ठी व्रत होने के कारण इसे छठ कहा गया है, सुख-स्मृद्धि तथा मनोकामनाओं की पूर्ति का यह त्योहार सभी समान …
Read More »मृत्यु से शुरू होती है परीक्षित जन्म की गाथा
पांडवों द्वारा अश्वमेध का समय निकट आ रहा था। धर्मराज युधिष्ठिर के अनुरोध पर श्रीकृष्ण-बलराम, सुभद्रा, प्रधुम्न और कृतवर्मा आदि हस्तिनापुर आए। हस्तिनापुर में उत्सव की शहनाई बजने लगी। महाभारत के अश्वमेधपर्व के अनुसार उत्तरा ( उत्तरा राजा विराट की पुत्री थीं।जब पाण्डव अज्ञातवास कर रहे थे, उस समय अर्जुन वृहन्नला रूप में अज्ञातवास काट रहे थे। वृहन्नला ने उत्तरा …
Read More »छठ पर्व पर करें कुछ खास, एक वर्ष के अंदर अवश्य पूरी होगी मनोकामना!
छठ पर्व पूर्व भारत के बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में बहुत धूम-धाम से मनाया जाता है। बिहार में तो इस त्यौहार को राजकीय पर्व जैसा दर्जा प्राप्त है। अब यह पर्व लगभग पूरे भारत में मनाया जाने लगा है। बहुत से विदेशी छठ पर भारत आकर इस पर्व को मनाते हैं। पारिवारिक सुख-स्मृद्धि तथा …
Read More »मान ली है संघर्ष से हार तो तितली से सीखें जिंदगी का बड़ा सबक
एक बच्चे को बगीचे में एक टहनी से लटकता हुआ तितली का कोकून दिखा। वह रोज उसे देखता। उसने एक दिन देखा कि उसमें छोटा-सा छेद हो गया है। वह वहीं बैठ गया। कुछ समय बाद उसने देखा कि एक छोटी-सी तितली उस कोकून के छेद से बाहर आने की कोशिश कर रही है। तितली अपनी ओर से बहुत प्रयास …
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Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।