है नीको मेरो देवता कोसलपति राम। सुभग सरोरुह लोचन, सुठि सुंदर स्याम।। सिय-समेत सोहत सदा छबि अमित अनंग। भुज बिसाल सर धनु धरे, कटि चारु निषंग।। बलि-पूजा चाहत नहीं, चाहत एक प्रीति। सुमिरत ही मानै भलो, पावन सब रीति।। सेतु-बंधन के लिए वानरदल द्वारा पर्वत-खण्डों का लाना वाराहपुराण के अनुसार त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने समुद्र पार कर लंका जाने …
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देवी अम्बिका माता को इसलिए कहा जाता है दुर्गा
आदि शक्ति मां जगदम्बे का ही रूप है देवी दुर्गा। सामान्यतः देवी दुर्गा दो रूपों में जानी जाती हैं, एक में वे दस भुजा वाली तथा दूसरे में अष्ट भुजा रूप में हैं। देवी का वाहन सिंह या बाघ हैं तथा असुर या दैत्य का वध कर रही हैं। हिरण्याक्ष के वंश में उत्पन्न एक महा शक्तिशाली दैत्य हुआ, जो रुरु का …
Read More »क्या आपको मालूम है..? किस युग में हुए विष्णु के कौन से अवतार…
हिंदू धर्म में युग शब्द के अलग-अलग अर्थ है। उल्लेखनीय है कि आपने सुना ही होगा मध्ययुग, आधुनिक युग, वर्तमान युग जैसे अन्य शब्दों को। इसका मतलब यह कि युग शब्द को कई अर्थों में प्रयुक्त किया जाता रहा है। ज्योतिषानुसार 5 वर्ष का एक युग होता है। संवत्सर, परिवत्सर, इद्वत्सर, अनुवत्सर और युगवत्सर ये युगात्मक 5 वर्ष कहे जाते हैं। बृहस्पति …
Read More »श्रीराम की हनुमान से पहली मुलाकात कहां और कब हुई, जानिए
हनुमानजी को राम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है। हनुमान सर्वशक्तिमान और सर्वज्ञ हैं। हनुमान के बगैर न तो राम हैं और न रामायण। कहते हैं कि दुनिया चले न श्रीराम के बिना और रामजी चले न हनुमान के बिना। जब रावण पंचवटी (महाराष्ट्र में नासिक के पास) से माता सीता का अपहरण कर श्रीलंका ले उड़ा, तब राम और लक्ष्मण जंगलों की …
Read More »जानियें, राम भक्त हनुमान जी की अमरता से जुड़े रहस्य…
क्या हैं हनुमान से जुड़े रहस्य और क्या हैं श्री हनुमान की अमरता का राज? श्री हनुमान के जीवन से जुड़े कुछ प्रेरक प्रसंग है जिसने इनकी अमरता का भान होता हैं. भगवान राम के परम भक्त और शिव के अवतार हनुमान जी पर कई बार विचार विमर्श हुए हैं। इसी कड़ी में हम आपको कुछ तथ्यों के माध्यम से …
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