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लाखो लोगो की भीड़ के बीच बड़े ठाठ से निकली महाकाल की शाही सवारी

महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रतिवर्ष सावन-भादौ के महीने में निकलने वाली शाही सवारी सोमवार को भी बड़ी धूमधाम से निकली। शवारी शाम करीब 4 बजे महाकालेश्वर मंदिर से शुरू हुई जो 6 KM लंबे मार्ग पर घूम कर वापस महाकाल मंदिर पर समाप्त हुई। उज्जैन के राजा महाकाल के दर्शन के लिए भक्तो का जमावड़ा लगा हुआ था और …

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एक रोटी की साधना, बड़े काम की है यह शनि आराधना

भगवान शनि देव जो कि न्याय के देवता कहे जाते हैं। भगवान ऐसे हैं जो कर्म के अनुसार फल प्रदान करते हैं। यही नहीं भगवान शनि देव की साढ़े साती और ढैया के प्रभाव में मानव चक्कर घिन्नी हो जाता है। कई बार शनिदेव पीड़ा और कष्ट के अलावा खुशियां भी देते हैं। शनिदेव लोगों को दुखों से तर कर जाते हैं …

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देव गुरू बृहस्पति देते हैं शीघ्र विवाह का वरदान

गुरूवार गुरू की आराधना का वार होता हैं यूं तो गुरू और माता – पिता के लिए कोई दिन निर्धारित नहीं होता लेकिन कोई ऐसा दिन जब हम उन्हें दिल से स्मरण करते हैं और अपना पूरा समय उन्हें देते हैं वह उनका दिन कहलाता है। ऐसे में उसकी आराधना करना और उससे ज्ञान लेना बेहद श्रेष्ठ होता है। श्रद्धालु शिरडी …

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हिमालय की गोद में बसा शिव का धाम, जहां केदारेश्वर करते हैं विश्राम

 हिमालय पर्वत, सदियों से कौतूहल और आस्था का केंद्र रहा है। इस हिमालय पर्वत पर भी भगवान का विश्राम धाम माना जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव यहां विश्राम करने आते हैं और भगवान श्री हरि विष्णु यहां बद्रीनाथ धाम में 6 माह आराम करते हैं। इस मृत्युलोक में चार पवित्र धाम माने गए हैं जिसमें केदारनाथ एक …

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“कुकुरदेव मंदिर”, जहाँ नहीं होता किसी को कुत्ते से सम्बंधित रोग

छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में एक विशेष तरह का मंदिर है, यह मंदिर किसी देवी-देवता का नहीं बल्कि कुत्ते का है। मंदिर में एक कुत्ते की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर से जुड़ी यह मान्यता है कि इसके प्रदक्षिणा से कुकुर खांसी व कुत्ते के काटने से कोई रोग नहीं होता। ‘कुकुरदेव मंदिर’ राजनंदगांव के बालोद से छह किलोमीटर दूर मालीघोरी खपरी …

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