तहसील मुख्यालय मड़ावरा से 15 किलोमीटर दूर पूर्व दिशा में ग्राम बढ़वार और गर्रोलीमाफ के बीच कुटिहार में प्राचीन सिद्ध क्षेत्र जिसे महादेवकुंड आश्रम है। यह क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण होने के साथ-साथ लोगों की अटूट आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि यहां नदी के बीच विराजे भगवान भोले नाथ का स्वरूप तिल-तिल करके बढ़ रहा है। भगवान …
Read More »Web_Wing
फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता: धर्म
हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस बार यह तिथि 19 फरवरी को पड़ रही है। भगवान विष्णु की साधना-आराधना के लिए समर्पित एकादशी का सनातन परंपरा में विशेष महत्व है। फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी कहा जाता है। इस पावन तिथि पर …
Read More »पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विष्णु के कलयुग के अंत के अवतार कल्कि होगें: धर्म
भगवान विष्णु के दस अवतार बताए जाते हैं, जिनमें नौ का जन्म हो चुका है। दसवें का जन्म अभी बाकी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विष्णु के दसवें अवतार कल्कि होगें, जो कलयुग के अंत में सफेद घोड़े पर सवार होकर दुष्टों का संहार करेंगे। अभी तक विष्णु ने जितने भी अवतार लिए हैं, उसमें श्रीकृष्ण पूर्ण अवतार माने जाते …
Read More »हनुमानजी कि भक्ति सच्ची श्रद्धा से की जाएं तो वो भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते: धर्म
हनुमान जी इस कलियुग के जागृत देवता हैं, जो भक्तों के सभी तरह के कष्टों को दूर करते हैं। अगर हनुमानजी कि भक्ति सच्ची श्रद्धा से की जाएं तो वो भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण कर देते हैं। जो व्यक्ति नित्य सुबह और शाम हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है और उसे …
Read More »माया ब्रह्म की शक्ति है जो अनुभव तो किया जा सके, लेकिन उसका कोई अस्तित्व न हो
माया मनुष्य के जीवन का आधार है। संसार में जो दिखता है, वह सब माया है। लेकिन इसी में संसार का अस्तित्व है। माया ब्रह्म की शक्ति है, जो सत्य को ढक लेती है। माया का अर्थ है- जो अनुभव तो किया जा सके, लेकिन उसका कोई अस्तित्व न हो। आभासी दुनिया इसी का नाम है। इसका अर्थ एक ऐसी …
Read More »
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।