गुरूवार गुरू की आराधना का वार होता हैं यूं तो गुरू और माता – पिता के लिए कोई दिन निर्धारित नहीं होता लेकिन कोई ऐसा दिन जब हम उन्हें दिल से स्मरण करते हैं और अपना पूरा समय उन्हें देते हैं वह उनका दिन कहलाता है। ऐसे में उसकी आराधना करना और उससे ज्ञान लेना बेहद श्रेष्ठ होता है। श्रद्धालु शिरडी …
Read More »Web_Wing
यह थी साईं बाबा की अंतिम इच्छा
भारतीय सभ्यता में यह प्रथा है की जब किसी का अंतिम समय चला रहा होता है। तब उस व्यक्ति को भारतीय ग्रन्थ सुनाये जाते है। जिससे उसको आगे होने वाले दूसरे जन्म में कोई परेशानी नहीं हो। अंतिम समय में चल रहे उन व्यक्तियों को सबसे अधिक गीता सुनाई जाती है। क्यों की गीता में सभी श्लोको का संशिप्त सार …
Read More »मां गायत्री करती हैं उपासक की रक्षा
अक्सर हम बड़े – बुजुर्गों को गायत्री मंत्र बुदबुदाते हुए या उसका उच्चारण करते हुए सुनते हैं। आखिर यह गायत्री क्या है। मगर जब हम भी इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो हमें भी शक्ति का अनुभव होता है। हमारे आसपास एक रक्षात्मक आवरण बन जाता है। साक्षात् योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने भी श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश देते हुए कहा …
Read More »अगर मनुष्य करें हर दिन यह काम तो खुल जाएंगे उसके भाग्य
हिंदू धर्म ग्रंथों में बहुत सी ऐसी बातें बताई गई है जो व्यक्ति अगर अपने जीवन में उतार ले तो उसकी सारी परेशानियां और समस्याएं दूर हो जाएंगी. जी हाँ, महाभारत में युधिष्ठिर भगवान श्री कृष्ण से पूछते हैं, कि ”भगवान कौन कौन से काम ऐसे हें जिनहें प्रतिदिन करना चाहिए. जिन कार्यों को करने से हमें सुकून मिलता हैं.” …
Read More »पीली वस्तुओं से प्रसन्न होती हैं मां पितांबरा
शिव और शक्ति मिलकर इस संसार की रचना करते हैं और उन्हीं की शक्ति से यह जगत चलता है। ऐसे में शक्ति की आराधना का महत्व भी बढ़ जाता है। मां अपने कई स्वरूपों में प्रतिष्ठापित हैं। माता सती भारत में मौजूद 51 शक्तिपीठों में जागृत रूप से निवास करती हैं। पौराणिक आख्यानों में वर्णन मिलता है कि माता सती ने …
Read More »