छत्तीसगढ़ के आलोर से कुछ दूर फरसगांव में स्थित एक ऐसा दरबार है, जहां के पट वर्ष में एक ही बार खुलते है. लिंगेश्वरी माता के मंदिर का पट खुलते ही पांच व्यक्ति रेत पर अंकित निशान देखकर भविष्य में घटने वाली घटनाओं की जानकारी देते हैं. रेत पर यदि बिल्ली के पंजे के निशान हों तो अकाल और घोड़े …
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आलोर मंदिर के पट खुलते है वर्ष में एक बार
छत्तीसगढ़ के आलोर से कुछ दूर फरसगांव में स्थित एक ऐसा दरबार है, जहां के पट वर्ष में एक ही बार खुलते है. लिंगेश्वरी माता के मंदिर का पट खुलते ही पांच व्यक्ति रेत पर अंकित निशान देखकर भविष्य में घटने वाली घटनाओं की जानकारी देते हैं. रेत पर यदि बिल्ली के पंजे के निशान हों तो अकाल और घोड़े …
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छत्तीसगढ़ के आलोर से कुछ दूर फरसगांव में स्थित एक ऐसा दरबार है, जहां के पट वर्ष में एक ही बार खुलते है. लिंगेश्वरी माता के मंदिर का पट खुलते ही पांच व्यक्ति रेत पर अंकित निशान देखकर भविष्य में घटने वाली घटनाओं की जानकारी देते हैं. रेत पर यदि बिल्ली के पंजे के निशान हों तो अकाल और घोड़े …
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