एक व्यापारी था। उसके पास तीन ऊँट थे जिन्हें लेकर वो शहर-शहर घूमता और कारोबार करता था। एक बार कहीं जाते हुए रात हो गयी तो उसने सोचा आराम करने के लिए मैं सराय में रुक जाता हूं और सराय के बाहर ही अपने ऊँटो ने को बांध देता हूं। व्यापारी अपने ऊँटो को बांधने लगा। दो ऊँटो को उसने …
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Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।