यहां बालाजी देते हैं भक्तों को वीजा, 11 परिक्रमाओं से पूरी करते हैं मन्नत

chilkur1-1452153259-300x214हैदराबाद। मंदिर में भक्त अपने भगवान के दर्शन के साथ ही उससे मन्नत मांगने भी जाता है। भारत में अनेक मंदिर हैं जो किसी खास मनौती के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक मंदिर तेलंगाना में स्थित है। यहां लोग बालाजी से वीजा मांगने के लिए प्रार्थना करते हैं। क्या हैं इस मंदिर की खूबियां, जानने के लिए पढि़ए अगली स्लाइड।

यह मंदिर हैदराबाद से करीब 17 किमी की दूरी पर स्थित है। इसे चिलकुर बालाजी मंदिर या वीजा टेंपल भी कहा जाता है। यहां मुख्यत: वे लोग दर्शन करने आते हैं जो रोजगार के सिलसिले में विदेश जाना चाहते हैं। इनमें से ज्यादातर दक्षिण भारत के श्रद्धालु होते हैं लेकिन अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की तादाद भी काफी होती है। 

मंदिर से जुड़े कई श्रद्धालु अपने अनुभव बताते हैं कि यहां प्रार्थना करने के बाद विदेश में नौकरी पाने का उनका सपना सच हो गया। इसलिए चिलकुर बालाजी को वीजा बालाजी मंदिर भी कहा जाता है। श्रद्धालुओं में अधिकतर युवा और 40 साल तक के लोगों की संख्या काफी होती है। यह भी कहा जाता है कि मंदिर की 11 परिक्रमाएं करने से मुराद पूरी होती है।

जब किसी श्रद्धालु की मनोकामना पूर्ण हो जाती है तो वह पुन: बालाजी के दर्शन करने आता है। उस समय उसे 108 परिक्रमाएं पूरी करनी होती हैं। मंदिर की एक और खासियत यह है कि इसमें कोई दानपेटी नहीं है। यहां किसी प्रकार का दान आदि नहीं लिया जाता है। यहां केवल पार्किंग फीस ली जाती है जिससे मंदिर का खर्च चलता है।

मंदिर शुक्रवार, शनिवार और रविवार के दिन खुलता है। इस दौरान यहां श्रद्धालुओं की संख्या ७० हजार से ज्यादा होती है। कई बार एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु बालाजी के दर्शन करने आते हैं। यहां प्रात: ४ बजे ही श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर आने लगते हैं और दिन में भीड़ बढऩे लगती है।

भीगना है तो आनंद की बारिश में भीगिए
संगीत की नगरी में सास-बहु का मंदिर

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