यहां हैं देशभक्ति को समर्पित ‘भारत माता मंदिर’

भारत, सदियों से अपनी संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों के कारण दुनियाभर में चर्चा का केंद्र रहा है। हम भारतवासी भारत को ‘भारत माता’ कहकर भी संबोधित करते हैं। भारत में यूं तो भारत माता के मंदिर कई हो सकते हैं लेकिन सबसे ज्यादा bharatmatatemple_23_02_2016चर्चित हरिद्वार में स्थित भारत माता मंदिर है। इसके अलावा वाराणसी का में भी ‘भारत माता मंदिर’ है।

वाराणसी (उत्तरप्रदेश) के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के प्रांगण में बना यह मंदिर देशभक्ति की मिसाल कायम करता है। यहां भारत माता की मूर्ति नहीं है। बल्कि संगमरमर से बना भारत का नक्शा है। इस मानचित्र यानी नक्शे में संगमरमर पर उकेरी गई अविभाजित भारत का त्रिआयामी भौगोलिक मानचित्र है।

जहां पर्वत, पठार, नदियां और समुद्र को बहुत ही सुंदरता से दर्शाया गया है। इसका निर्माण डाक्टर शिवप्रसाद गुप्त ने करवाया था और उदघाटन सन् 1936 में महात्मा गांधी ने किया था। यह मंदिर बीएचयू से 8 किमी की दूरी पर स्थित है, जोकि मंदिर सुबह 9.30 से शाम 8.00 तक दर्शनार्थ खुला रहता है।

आठ मंजिला मंदिर

भारत मंदिर का एक और प्रसिद्ध मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार में है। भारत माता मंदिर के नाम से मशहूर यह मंदिर आठ मंजिला है। यहां आठवीं मंजिल पर भगवान शिव का मंदिर है। मंदिर का निर्माण धार्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी द्वारा करवाया गया था। जिसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने वर्ष 1983 में किया था।

भारत माता मंदिर के आठ मंजिला मंदिर में पहली इमारत पर भारत माता की मूर्ति है। दूसरी इमारत पर शूर मंदिर है जो भारत माता की रक्षा के लिए जिन्होंने अपने प्राण गंवाए उन शूरवीरों को समर्पित है। तीसरी मंजिल पर मातृ मंदिर है। जो भारतीय स्त्री को समार्पित है।

चौथी मंजिल पर भारतीय संतों को स्थान दिया गया है। पांचवी मंजिल पर भारत का इतिहास और पर्यटन को दर्शाया गया है। छठवी और सातवी मंजिल पर भगवान विष्णु के अवतारों के दर्शन एक ही छत के नीचे किए जा सकते हैं।

 
 
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