Kajari Teej 2018: जानिए कब और किस शुभ मुहूर्त में हैं कजरी तीज

Kajari Teej 2018 Date and Time: साल में तीन बार तीज मनाई जाती है. पहली हरतालिका तीज, दूसरी हरियाली तीज और तीसरी कजरी तीज होती है. भादो मास में कृष्ण पक्ष की तृतीया को मनाई जाने वाली तीज कजरी तीज होती है. इसे कुछ राज्यों में कजली तीज या बूढ़ी तीज या सातूड़ी तीज भी कहा जाता है. इस साल कजरी तीज 29 अगस्त 2018 को मनाई जाएगी. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और पूजन करती हैं. कुछ राज्यों जैसे कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश आदि में इस त्योहार को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है.

शादीशुदा महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि बनाए रखने और पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत रखती हैं. हालांकि इस व्रत को कुंवारी कन्याएं भी कर सकती हैं. ऐसी मान्यता है कि जिन कन्याओं की शादी नहीं हुई है या विवाह में विलंब हो रहा है, वह यदि कजरी तीज व्रत करती हैं तो उन्हें जल्द ही सुयोग्य वर प्राप्त होता है.

कजरी तीज तिथि और मुहूर्त

अगस्त 28, 2018 को रात्रि 20:41:26 से तृतीया आरम्भ
अगस्त 29, 2018 को रात्रि  21:40:13 पर तृतीया समाप्त

ऐसे मनाई जाती है कजरी तीज

यह व्रत काफी हद तक करवा चौथ की तरह होता है. इसमें पूरे दिन व्रत रखते हैं और शाम को चंद्रोदय के बाद व्रत खोला जाता है. कजरी तीज के दिन जौ, गेहूं, चने और चावल के सत्तू में घी और मेवा मिलाकर तरह-तरह के पकवान बनाये जाते हैं. चंद्रोदय के बाद भोजन करके व्रत तोड़ा जाता है.

कजरी तीज के दिन गौ पूजन का खास महत्व है. आटे की सात लोइयां बनाकर उन पर घी, गुड़ रखकर गाय को खिलाने के बाद भोजन किया जाता है. इस दिन महिलाएं झूला झूलती हैं और लोक गीतों पर नाचती हैं. खासतौर से कजरी गायन होता है. इस दिन लोग ढोलक की थाप पर कजरी गीत गाते हैं.

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