आप सभी जानते ही हैं कि नवरात्रि का छठा दिन माँ कात्यायनी का मना जाता है. ऐसे में इस दिन माँ की पूजा बहुत ही विधि-विधान से करने का दिन कहा जाता है. तो आइए जानते हैं माँ की पूजा विधि.
कात्यायनी पूजा विधि – सबसे पहले गोधूली बेला के समय पीले या लाल वस्त्र धारण करके इनकी पूजा करनी चाहिए और उसके बाद माता कात्यायनी को पीले पुष्प और पीले रंग के मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए. इसी के साथ देवी कात्यायनी को शहद अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है और मां को सुगन्धित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे साथ ही प्रेम सम्बन्धी बाधाएं भी दूर होंगी. कहा जाता है इसके बाद मां के समक्ष इस मंत्र का जाप करें.
एतत्ते वदनं सौम्यं लोचनत्रय भूषितं.
पातु नः सर्वभीतेभ्यः कात्यायनी नमोस्तु ते..
शीघ्र विवाह के लिए ऐसे करें मां कात्यायनी की पूजा – अगर आप जल्द से जल्द विवाह करना चाहते हैं तो गोधूलि वेला में पीले वस्त्र धारण करें. अब इसके बाद माँ के समक्ष दीपक जलायें और उन्हें पीले फूल अर्पित करें. अब इसके बाद 3 गाँठ हल्दी की भी चढ़ाएं और मां कात्यायनी के मन्त्रों का जाप करें.
कात्यायनी मंत्र- (सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए)
ॐ कात्यायिनी महामाये, सर्वयोगिन्यधीश्वरी.
नन्दगोपसुतं देवी पतिं में कुरु, ते नमः..
कहते हैं इस मंत्र के जाप से लड़की को जल्द से जल्द सुयोग्य वर मिल जाता है.
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।