श्री गणेश का पूजन – विभिन्न रंगों से विशेषकामना के लिए होता है

भगवान श्री गणेश जो हर मनोकामना को पूर्ण करने वाले कहे गए हैं सभी देवों में प्रथम पूज्य हैं यही नहीं भगवान श्री गणेश का पूजन मंगलकारक होता है। भगवान श्री गणेश बुद्धि और विद्या प्रदान करने वाले तो हैं लेकिन वे सभी मनोरथों को भी पूरा करते हैं। जी हां, भगवान श्री गणेश के कई ऐसे मंत्र हैं जो अपपकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। यही नहीं भगवान श्री गणेश सिंदूर वर्ण के हैं और इस स्वरूप में वे अपने श्रद्धालुओं को मंगलमय आशीर्वाद प्रदान करते हैं। यही नहीं शांति और पुष्टि के लिए भगवान की सफेद प्रतिमा बहुत शुभ मानी जाती है।

 

यही नहीं भगवान की नीले रंग की प्रतिमा तांत्रिक साधनाओं की पूर्णता के लिए अच्छी मानी जाती है। भगवान की हरे रंग की प्रतिमा शत्रुओं के नाश के लिए और सभी विघ्नों को दूर करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इस तरह से अलग – अलग रंगों में विभाजित भगवान श्री गणेश की प्रतिमा के पूजन से भी श्रद्धालु अपने सभी मनोरथ पूर्ण कर सकते हैं। भगवान श्री गणेश थोड़ से में ही प्रसन्न होते हैं लेकिन कई बार भगवान श्री गणेश की आराधना नियम पूर्वक ही करनी होती है। यदि नियम का पालन किया जाता है तो आराधना का विशेष फल मिलता है।

भगवान शनिदेव - टीले से प्रकट हुए थे.....
आरोग्य और समृद्धि का वरदान - सूर्यनमस्कार से मिलता है

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