हिंदू धर्म में विवाह जैसे मांगलिक कामों के लिए शुभ विवाह मुहूर्त देखना अनिवार्य माना जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, देवशयनी एकादशी से लेकर देवउठनी एकादशी तक भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास कहा जाता है। इस दौरान विवाह समेत सभी शुभ काम वर्जित होते हैं। चातुर्मास समाप्त होने के बाद ही विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होते हैं।
इस साल विवाह के शुभ मुहूर्त नवंबर और दिसंबर माह में ज्यादा नहीं हैं, क्योंकि जल्द खरमास शुरू हो जाएगा, जिसमें विवाह समेत अन्य मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।
खरमास कब लगता है?
सूर्य जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तब खरमास शुरू हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, खरमास की अवधि में विवाह, गृह प्रवेश और मुंडन जैसे मांगलिक काम करना शुभ नहीं माना जाता है।
कब शुरू और खत्म होगा खरमास?
इस साल धनु संक्रांति 16 दिसंबर को पड़ रही है और इसी दिन से खरमास की भी शुरुआत होगी। वहीं, इसका समापन 14 जनवरी 2026 को होगा।
नवंबर में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर।
दिसंबर में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
1, 4, 5, 6 दिसंबर।
पूजन मंत्र
ॐ सूर्याय नमः।।
ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य प्रचोदयात।।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।