करें मां बगलामुखी की पूजा, शत्रुओं से मिलेगी मुक्ति

वैशाखमास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को देवी बगलामुखी का अवतरण दिवस माना जाता है. देवी बगलामुखी मां दुर्गा का ही एक स्वरूप हैं. दस महाविद्याओं में से मां बगलामुखी आठवां स्वरूप है. इनका स्वरूप सोने के समान अर्थात पीला है, जिसके कारण इन्हें पीतांबरा भी कहा जाता है. मां बगलामुखी अपने भक्तों की शत्रुओं तथा बुरी नजर और  हर नकारात्मक शक्ति से रक्षा करती हैं. देवी बगलामुखी की पूजा-अर्चना में विशेष तौर पर पीले रंग की पूजा सामग्री, पीले वस्त्रों और पीले ही मिष्ठान का प्रयोग किया जाता है.

आदि शंकराचार्य जिन्होंने 'हिंदू' धर्म को दिखाया नया रास्ता
गंगा स्नान के दौरान किन बातों की अनदेखी करने पर पुण्य की जगह मिलता है पाप

Check Also

घर में कार पार्किंग के लिए वास्तु के इन नियमों का करें पालन

सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र में घर में सभी …