मंगल जब ख़राब हो तो मंगल कार्य होना एक चुनौती हो जाती है. मंगल कार्य में सबसे बड़ी भूमिका स्वयं मंगल की होती है. इसके बाद इसमें तमाम शुभ ग्रहों की भूमिका होती है. बृहस्पति भी शुभ और मंगल कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शनि, राहु और केतु मंगल कार्यों में आम तौर पर बाधा देते हैं.
Check Also
वट सावित्री पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और धर्मराज जी की आरती से पाएं आशीर्वाद
वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत बहुत फलदायी माना जाता है। इस मौके पर विवाहित महिलाएं …