चाणक्य नीति

जैसे मछली दृष्टी से, कछुआ ध्यान देकर और पंछी स्पर्श करके अपने बच्चो को पालते है, वैसे ही संतजन पुरुषों की संगती मनुष्य का पालन पोषण करती है.

होना चाहते हैं मालामाल तो आज जरूर करें अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का जाप
चाणक्य नीति

Check Also

राजा दक्ष को क्यों लगाया था भगवान शंकर ने बकरे का सिर?

सनातन धर्म में भगवान शिव की पूजा बेहद शुभ मानी गई है। अगर आप उन्हें …