नागपंचमी के विशेष त्यौहार के आने में अब ठीक एक सप्ताह का समय बचा है। अगले शनिवार को पूरा देश नाग पंचमी का त्यौहार मनाएगा। नाग पंचमी के दिन नाग देवता को दूध पिलाया जाता है और उनकी विशेष-पूजा अर्चना की जाती है। हालांकि क्या आपने कभी सोचा है कि नाग पंचमी के बाद या नाग देवता के पूजन के बाद उनका क्या हाल होता है ? आइए आज इसे बारे में बात करते हैं। 
नागपंचमी के कुछ दिन पहले ही सांप पकड़ने वाले लोग सक्रिय हो जाते हैं और वे जंगलों में सांप पकड़ने के लिए निकल जाते हैं। इसके बाद वे नाग देवता को सपेरों को मुंह मांगे दामों में बेच देते हैं। सपेरे के हाथों में सांप आते ही सांपों का जीवन दुखदायी साबित होने लगता है। सपेरे साँपों के पालनहारी न होकर उनके लिए जल्लाद बन जाते हैं। सपेरे ऐसे सांप जो कि विषैले होते हैं, उनके दांत तोड़ देते हैं और इससे सांपो के मुंह में घाव ही घाव हो जाते हैं। नागपंचमी के दौरान कई सांप इसी कारण से ठीक से दूध नहीं पी पाते हैं और लोगों को यह लगता है कि नाग देवता उनसे रूठे हुए हैं।
कई लोगों ने बना रखा है धंधा
कई सपेरे ऐसे होते हैं, जो इस त्यौहार को धंधा बना लेते हैं। सपेरों के लिए यह त्यौहार पैसे के चलते काफ़ी ख़ास बन जाता है। सपेरे इस दौरान कई तरह की मनगढ़ंत कहानी से लोगों से पैसे ऐंठ लेते हैं। कई सपेरे न केवल नाग पंचमी बल्कि पूरे सावन माह में ही नाग देवता को शिव जी का दूत बताकर कमाई करते हैं।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।