दुनियाभर में श्री कृष्ण की ख्याति है. श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को दुनियाभर में जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. श्री कृष्ण को लोग जितना जाने उतना ही कम है. श्री कृष्ण ज्ञान का एक अद्भुत भंडार है. श्री कृष्ण साथ ही स्वयं में कई गहरे राज को भी समय हुए हैं. ऐसे में आइए आज जानते है श्री कृष्ण की 16108 पत्नियों के सच के बारे में.
भगवान श्री कृष्ण को लेकर ऐसा कहा जाता है कि श्री कृष्ण की 16108 पत्नियां थी. लेकिन यह सच नहीं है. पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि श्री कृष्ण की रुक्मिणी के अलावा 16107 पत्नियां थी. लेकिन इसके पीछे की पौराणिक कथा के बारे में जानना जरूरी है.
पुराणों में लिखा है कि एक बार दानव भूमासुर ने अमर होने के लिए 16 हजार कन्याओं की बलि देनी चाही. दानव ने इन कन्याओं को बंदी बना लिया था और फिर श्री कृष्ण ने दानव से इन कन्याओं को मुक्त कराकर उन्हें सुरक्षित उनके घर भेजा. हालांकि जब कन्याओं की घर वापसी हुई तो इनके परिवारवालों ने चरित्र शंका को लेकर इन्हें नहीं अपनाया. इस दौरान श्री कृष्ण 16 हजार रूप में प्रकट होते हैं और वे सभी कन्याओं से विवाह रचाते हैं. हालांकि कृष्ण ने कन्याओं को पत्नी रूप में कभी भी स्वीकार नहीं किया. इनके अलावा श्री कृष्ण के कुछ प्रेम विवाह भी हुए.
द्वापरयुग में जब श्रीकृष्ण पांडवों से मिलने के लिए इंद्रप्रस्थ पहुंचे तो पांचों पांडव और कुंती द्वारा उनका आतिथ्य-पूजन किया. इसके बाद एक दिन अर्जुन के साथ भगवान श्री कृष्ण वन विहार के लिए निकले. इस दौरान सूर्य पुत्री कालिन्दी, श्रीकृष्ण को पति रूप में पाने की कामना से तप कर रही थी, श्री कृष्ण ने कालिंदी की मनोकामना करते हुए उनसे विवाह किया.
भगवान श्री कृष्ण की 8 पटरानियां
भगवान कृष्ण की 8 पटरानियां थी. इनके नाम रुक्मणि, जाम्बवन्ती, सत्यभामा, कालिन्दी, मित्रबिन्दा, सत्या, भद्रा और लक्ष्मणा था. इस तरह कहा जाता है कि श्री कृष्ण की कुल 16108 पत्नियां थी.
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।