क्यों प्रिय हैं भगवान श्रीकृष्ण को ये पांच चीजें

भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्तों पर करुणा और दया की कृपा बरसाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से उपासना करने से प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान श्रीकृष्ण को कुछ चीजें बेहद प्रिय हैं जिनको घर लाने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कौन सी चीजें कान्हा जी को प्रिय हैं ।

सनातन धर्म में भगवान श्री कृष्ण की पूजा का बेहद खास महत्व है। इनकी महिमा अपरंपार है। रोजाना सुबह स्नान करने के बाद भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) की विधिपूर्वक पूजा कर माखन मिश्री समेत आदि चीजों का भोग लगाना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से उपासना करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है और जातक को मृत्यु लोक में सभी प्रकार के सांसारिक सुख मिलते हैं। भगवान श्रीकृष्ण को कुछ चीजें बेहद प्रिय हैं, जिनको घर लाने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर कौन सी चीजें कान्हा जी को प्रिय हैं।  

1. बांसुरी

कान्हा जी को बांसुरी प्रिय है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में बांसुरी रखने से सुख और समृद्धि का आगमन होता है। प्रभु की पूजा के दौरान उन्हें बांसुरी जरूर अर्पित करें। इससे भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होंगे।

2. गाय

इसके अलावा भगवान श्रीकृष्ण को गाय भी प्रिय है। सनातन धर्म में गाय का दान करना बेहद फलदायी माना गया है। कान्हा जी के साथ हमेशा गायों को देखा गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में गाय को लाने जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है और धन लाभ के योग बनते हैं। 

3. मोरपंख

भगवान श्रीकृष्ण का श्रृंगार मोरपंख के बिना अधूरा माना जाता है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण की कुंडली में कालसर्प दोष था। मोरपंख धारण करने से कालसर्प दोष से छुटकारा मिलता है। इसलिए कान्हा जी ने मोरपंख धारण किया था। इसे घर में रखना अधिक शुभ माना जाता है।

4. माखन मिश्री

कान्हा जी को माखन मिश्री बेहद प्रिय है। रोजाना पूजा के दौरान उन्हें इन चीजों का भोग जरूर लगाएं। इससे प्रभु प्रसन्न होते हैं। मिश्री मिठास का प्रतीक है। माखन मिश्री व्यवहार जीवन में प्रेम को अपनाने का संदेश देता है।

5. कमल

कमल का फूल कीचड़ में उगता है और पूजा-पाठ में इसका अधिक प्रयोग किया जाता है। यह फूल पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इसकी महक इंसान का मन मोहने वाली होती है।

क्यों भगवान विष्णु को अखंडित और शिवजी को रंगीन चावल नहीं चढ़ाया जाता है ?
ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा पर राशि अनुसार करें इन चीजों का दान

Check Also

नवरात्रि के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा, नोट करें पूजा विधि

गुप्त नवरात्र (Gupt Navratri 2025 date) माघ और आषाढ़ माह में मनाए जाते हैं। इस …