कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी पर करें ये उपाय

ज्योतिष शास्त्र में कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के उपायों के बारे में वर्णन किया गया है। यदि आप भी गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आप कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी (Krishnapingal Sankashti Chaturthi 2024) के दिन कुछ चमत्कारी उपाय कर सकते हैं। इससे आर्थिक तंगी और कर्ज से मुक्ति मिलती है। साथ ही प्रभु की कृपा प्राप्त होती है।

 सनातन धर्म में मंगलिक कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए भगवान शिव के पुत्र गणपति बप्पा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन गणपति बप्पा की पूजा की जाती है। साथ ही सभी विघ्नों को दूर करने के लिए व्रत भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि विधिपूर्वक भगवान गणेश जी की उपासना करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।

कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के उपाय

  • अगर आप लंबे समय से कर्ज की परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी पर सुबह स्नान करने के बाद गणपति बप्पा की दीपक जलाकर आरती करें और मोदक का भोग लगाएं। मान्यता है कि इस उपाय को करने से जातक को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और कर्ज समाप्त होता है।  
  • कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के दिन हरे रंग वस्त्र धारण करें क्योंकि गणपति बप्पा को हरा रंग प्रिय है। इसके बाद विधिपूर्वक प्रभु की पूजा-अर्चना करें। उन्हें 5 लौंग और 5 इलायची अर्पित करें। कहा जाता है कि इस टोटके को करने से परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव की समस्या से मुक्ति मिलती है।
  • जीवन के संकटों को दूर करने के लिए कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी का व्रत करें और केला के पत्ता पर रोली से त्रिकोण बनाएं। अगर वाले कोण पर मसूर की दाल और लाल मिर्च रखें। इस दौरान ‘अग्ने सखस्य बोधि नः’ मंत्र का जप करें। ऐसा कहा जाता है कि इससे जातक को सभी तरह के दुख और संकट से छुटकारा मिलता है।  
  • कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
  • पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 25 जून को देर रात 01 बजकर 23 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 25 जून को रात 11 बजकर 10 मिनट पर होगा। ऐसे में 25 जून को कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा।
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