मान्यता है कि अगर वास्तु शास्त्र के नियमों किया जाए तो जीवन में खुशियों का आगमन होता है। वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) में बताए गए सूर्यास्त के बाद कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से इंसान को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और परिवार के सदस्यों को आर्थिक तंगी की समस्या आती है।
सनातन धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि रोजाना सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए। साथ ही विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा माना जाता है कि वास्तु शास्त्र में बताए गए सूर्यास्त के बाद कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से इंसान को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और परिवार के सदस्यों को आर्थिक तंगी की समस्या आती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सूर्यास्त के बाद किन कार्यों को करने से बचना चाहिए?
न करें ये कार्य
- ऐसा माना जाता है कि साफ-सफाई वाली जगह पर ही धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र की मानें तो सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करने से घर में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास नहीं करती हैं। इससे आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसलिए शाम में झाड़ू लगाने की मनाही है।
- तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। इस पौधे के पास रोजाना सुबह और शाम को दीपक जलाना चाहिए और जल देना चाहिए। लेकिन शाम के समय जल नहीं देना चाहिए और तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी घर से चली जाती हैं।
- सूर्यास्त के बाद किसी से पैसों का लेनदेन भी नहीं करना चाहिए।
- इसके अलावा घर के मेन गेट पर नहीं बैठना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का घर में वास नहीं होता है।
- रात में बाल कटवाने की मनाही है। साथ ही सेविंग भी नहीं बनवानी चाहिए। इस कार्य को करने से जातक के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कर्ज की समस्या बढ़ती है।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।