देवों के देव महादेव को सोमवार का दिन बेहद प्रिय है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा (Lord Shiv Puja Vidhi) की जाती है। साथ ही सोमवार का व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक को मनचाहा वरदान मिलता है। साथ ही सभी प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिष शास्त्र में चंद्र देव को मन का कारक कहा जाता है। चंद्र देव की कृपा बरसने से जातक को सभी प्रकार के शुभ कामों में सफलता मिलती है। साथ ही मन प्रसन्न रहता है। वहीं, कमजोर चंद्रमा से जातक को मानसिक तनाव की समस्या होती है। व्यक्ति सही फैसले लेने में असमर्थ रहता है। इसके लिए ज्योतिष कुंडली में चंद्रमा मजबूत करने की सलाह देते हैं।
देवों के देव महादेव की पूजा करने से जातक या साधक पर मन के कारक चंद्र देव की कृपा बरसती है। उनकी कृपा से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। अगर आप चंद्र देव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो सोमवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद गाय के कच्चे दूध से भगवान् शिव का अभिषेक करें। साथ ही पूजा के समय चंद्र देव के नामों का जप करें। चंद्र देव के नामों के जप से मानसिक तनाव की समस्या दूर होती है।
चंद्र देव के 108 नाम
- ॐ केतवे नमः।
- ॐ स्थूलशिरसे नमः।
- ॐ शिरोमात्राय नमः।
- ॐ ध्वजाकृतये नमः।
- ॐ नवग्रहयुताय नमः।
- ॐ सिंहिकासुरीगर्भसंभवाय नमः।
- ॐ महाभीतिहराय नमः।
- ॐ चित्रवर्णाय नमः।
- ॐ पिंगळाक्षाय नमः।
- ॐ फलधूम्रसंकाशाय नमः।
- ॐ तीक्ष्णदंष्ट्राय नमः।
- ॐ महोरगाय नमः।
- ॐ रक्तनेत्राय नमः।
- ॐ चित्रकारिणे नमः।
- ॐ तीव्रकोपाय नमः।
- ॐ महाशूराय नमः।
- ॐ पापकंटकाय नमः।
- ॐ क्रोधनिधये नमः।
- ॐ छायाग्रहविशेषकाय नमः।
- ॐ अंत्यग्रहाय नमः।
- ॐ महाशीर्षाय नमः।
- ॐ सूर्यारये नमः।
- ॐ पुष्पवद्गृहिणे नमः।
- ॐ वरदहस्ताय नमः।
- ॐ गदापाणये नमः।
- ॐ चित्रशुभ्रधराय नमः।
- ॐ चित्रध्वजपताकाय नमः।
- ॐ घोराय नमः।
- ॐ चित्ररथाय नमः।
- ॐ शिखिने नमः।
- ॐ कुळत्थभक्षकाय नमः।
- ॐ वैढूर्याभरणाय नमः।
- ॐ उत्पातजनकाय नमः।
- ॐ शुक्रमित्राय नमः।
- ॐ मंदारखाय नमः।
- ॐ शिखिनेंधपकाय नमः।
- ॐ अंतर्वेदिने नमः
- ॐ ईश्वराय नमः।
- ॐ जैमिनिगोत्रजाय नमः।
- ॐ चित्रगुप्तात्मने नमः।
- ॐ दक्षिणाभिमुखाय नमः।
- ॐ मुकुंदवरप्रदाय नमः।
- ॐ महासुरकुलोद्भवाय नमः।
- ॐ घनवर्णाय नमः।
- ॐ लघुदेहाय नमः।
- ॐ मृत्युपुत्राय नमः।
- ॐ उत्पातरूपधारिणे नमः।
- ॐ अदृश्याय नमः।
- ॐ कालाग्निसन्निभाय नमः।
- ॐ नृपीठाय नमः।
- ॐ ग्रहकारिणे नमः।
- ॐ सर्वोपद्रवकारकाय नमः।
- ॐ चित्रप्रसूताय नमः।
- ॐ अनलाय नमः।
- ॐ सर्वव्याधिविनाशकाय नमः।
- ॐ अपसव्यप्रचारिणे नमः।
- ॐ नवमेपापदायकाय नमः।
- ॐ पंचमेशोकदाय नमः।
- ॐ उपरागगोचराय नमः
- ॐ पुरुषकर्मणे नमः।
- ॐ तुरीयेस्थेसुखप्रदाय नमः।
- ॐ तृतीयेवैरदाय नमः।
- ॐ पापग्रहाय नमः।
- ॐ स्फोटकारकाय नमः।
- ॐ प्राणनाथाय नमः।
- ॐ पंचमेश्रमकारकाय नमः।
- ॐ द्वितीयेस्फुटवाग्धत्रे नमः।
- ॐ विषाकुलितवक्त्राय नमः।
- ॐ कामरूपिणे नमः।
- ॐ सिंहदंताय नमः।
- ॐ सत्योपनृतवते नमः।
- ॐ चतुर्थेवमातृनाशाय नमः।
- ॐ नवमेपितृनाशाय नमः।
- ॐ अंतेवैरप्रदाय नमः।
- ॐ सुतानंदनबंधकाय नमः।
- ॐ सर्पाक्षिजाताय नमः।
- ॐ अनंगाय नमः।
- ॐ कर्मराश्शुद्भवाय नमः।
- ॐ अपांतेकीर्तिदाय नमः।
- ॐ सप्तमेकलहप्रदाय नमः।
- ॐ अष्टमेव्याधिकर्त्रे नमः।
- ॐ धनेबहुसुखप्रदाय नमः।
- ॐ जननेरोगदाय नमः।
- ॐ ऊर्ध्वमूर्धजाय नमः।
- ॐ ग्रहनायकाय नमः।
- ॐ पापदृष्टये नमः।
- ॐ खेचराय नमः।
- ॐ शांभवाय नमः।
- ॐ आशेषपूजिताय नमः।
- ॐ शाश्वताय नमः।
- ॐ वटाय नमः।
- ॐ शुभाशुभफलप्रदाय नमः।
- ॐ धूम्राय नमः।
- ॐ सुधापायिने नमः।
- ॐ निशाकराय नमः।
- ॐ भक्तवत्सलाय नमः।
- ॐ सिंहासनाय नमः।
- ॐ केतुमूर्तये नमः।
- ॐ रवींदुद्युतिनाशकाय नमः।
- ॐ अमराय नमः।
- ॐ पीठकाय नमः।
- ॐ विष्णुदृष्टाय नमः।
- ॐ अमरॆश्वराय नमः।
- ॐ भक्तरक्षकाय नमः।
- ॐ वैचित्र्यकपोलस्यंदनाय नमः।
- ॐ विचित्रफलदायिने नमः।
- ॐ भक्ताभीष्टफलदाय नमः।
- ॐ केतवे नमः।