कर्म के देवता और दंडाधिकारी, जब वक्री होंगे, तो उनके फल देने की शक्ति बहुत बढ़ी हुई होगी। साथ ही जिन कामों का फल समय पर लोगों को नहीं मिला था, उसका शुभ फल देने का काम इस दौरान शनिदेव पूरी शिद्दत के साथ करेंगे। आइए जानते हैं कि इस दौरान किन राशियों के जातकों को मिलेगा फायदा।
घर की परेशानियां होंगी खत्म
कर्क राशि के जातकों के लिए शनिदेव नौंवे घर में शनिदेव वक्री हो रहे हैं। लिहाजा, घर-परिवार, मां, भूमि, भवन और वाहन के मामले में जो काम अधूरे रह गए थे, वो अब पूरे हो सकते हैं। घर-परिवार में चल रही परेशानियां अब खत्म हो सकती हैं।
जमीन से जुड़े मामलों में सफलता मिल सकती है। धर्म-कर्म से जुड़े काम कर सकते हैं। छोटी यात्राओं के मौके मिल सकते हैं। किसी धार्मिक जगह पर जाने का मौका मिल सकता है।
अब मिलेगा पुराने काम का क्रेडिट
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि का पांचवें घर में वक्री होना पूर्व में किए गए कामों का फल दिलाने का समय लेकर आ रहा है। जिन कामों को पहले नजरअंदाज कर दिया गया था। जिस मेहनत का फल नहीं मिला था। जो क्रेडिट आपको नहीं दिया गया था। अब वह मिल सकता है।
इसके साथ ही संतान पक्ष से भी पूरा सहयोग और प्रेम मिलेगा। संतान की तरक्की के रास्ते भी खुलेंगे। प्रेम प्रसंग के मामलों में सफलता मिल सकती है। मनोरंजन के लिए समय निकाल सकेंगे।
आत्म विश्लेषण का है यह समय
मकर राशि के जातकों के तीसरे घर में शनि के वक्री होने से उनके पराक्रम में वृद्धि होगी। छोटी यात्राओं के मौके बनेंगे। करियर में सफलता के योग बनेंगे। इसके अलावा छोटे भाई-बहनों से चल रहे मन-मुटाव दूर हो सकते हैं। आप आत्म विश्लेषण करेंगे और अपने पुराने कार्यों की समीक्षा करेंगे।
धन लाभ के मौके मिलेंगे
कुंभ राशि के लोगों के लिए शनि दूसरे भाव में वक्री हो रहे हैं। आपको इस समय में अटका हुआ धन मिल सकता है। आय के नए स्रोत खुल सकते हैं। आपकी राशि के स्वामी ग्रह शनि देव आमदनी बढ़ाने के लिए नए रास्ते खोल सकते हैं। धन आगमन से मन खुश होगा और परिवार में खुशी के मौके आएंगे।