बुध गोचर से इस राशि के बिजनेस में होगी ग्रोथ

बुध राशि परिवर्तन करने वाले हैं। 15 सितम्बर को बुध कन्या राशि में गोचर करेंगे। इस गोचर से कुछ राशि के जातकों की किस्मत चमक सकती है। जातकों को करियर और घरेलू जीवन में संतुलन बनाना जरुरी होगा। ऐसे में चलिए ऐस्ट्रॉलाजर आनंद सागर पाठक जी से धनु से मीन राशि के बारे में।

बुध का गोचर कन्या राशि में होने वाला है। यह गोचर ज्योतिषीय रूप से अहम माना जा रहा है क्योंकि कन्या बुध की अपनी ही राशि है। इस गोचर का असर राशि के जातकों पर पड़ेगा। जातकों की घर-परिवार की जिम्मेदारियां बढ़ेंगी और अचानक लाभ या खर्च सामने आ सकते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं कि बुध गोचर से किन राशियों को लाभ मिलेगा।

धनु

धनु राशि के लिए बुध सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके दशम भाव में होगा, जिससे करियर, पद और प्रतिष्ठा बढ़ेगी। यह आपके लिए प्रोफेशनल पहचान और बिजनेस ग्रोथ का बेहतरीन समय है। आपकी लॉजिकल सोच आपको प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक लीड करने में मदद करेगी। बुध की दृष्टि चतुर्थ भाव पर है, जिससे घर-परिवार की जिम्मेदारियां भी बढ़ेंगी। करियर और घरेलू जीवन के बीच संतुलन जरूरी है।

मकर

मकर राशि के लिए बुध छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके नवम भाव में होगा। इससे भाग्य, शिक्षा, आध्यात्मिकता और विदेश से जुड़े अवसर मिलेंगे। यह समय पढ़ाई-लिखाई, विदेश से जुड़ाव और आध्यात्मिक खोज के लिए सहयोगी साबित होगा। बुध की दृष्टि तीसरे भाव पर है, जिससे साहस और संचार मजबूत होगा। यह समय महत्वपूर्ण कनेक्शन बनाने का है।

उपाय: बुधवार को हरी मिठाई बांटें और भगवान गणेश की पूजा करें।

कुंभ

कुंभ राशि के लिए बुध पांचवें और अष्टम भाव के स्वामी हैं। यह गोचर आपके अष्टम भाव में होगा, जिससे परिवर्तन, गुप्त ज्ञान और अचानक घटनाएं होंगी। यह समय रिसर्च, गूढ़ विद्याओं या वंशानुगत लाभ से जुड़े अवसर ला सकता है। बुध देव की दूसरी भाव पर दृष्टि के कारण वित्तीय प्लानिंग बेहद जरूरी होगी, क्योंकि अचानक लाभ या खर्च सामने आ सकते हैं। पारिवारिक मामलों में आपको सतर्क रहना चाहिए और अनावश्यक विवादों से बचना बेहतर रहेगा।

उपाय: गाय को हरा चारा खिलाएं और बुध के बीज मंत्र का जाप करें।

मीन

मीन राशि वालों के लिए बुध देव चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। बुध का कन्या राशि में गोचर आपके सप्तम भाव में होगा, जो साझेदारी, विवाह और व्यापारिक संबंधों का कारक है। यह गोचर आपके व्यक्तिगत और पेशेवर रिश्तों में प्रगति के अवसर ला सकता है। बुध देव की प्रथम भाव पर दृष्टि आपके आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाएगी। यह समय आपको संवाद में अधिक स्पष्ट और आत्मविश्वासी बना सकता है।

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