जल्द ही पितृ पक्ष की समाप्ति होने जा रही है। हिंदू धर्म में इस अवधि पूर्वजों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद पाने का एक उत्तम अवसर माना गया है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यदि किसी बच्चे का जन्म पितृ पक्ष के दौरान होता है तो वह किस प्रकार आपके लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है।
पितृ पक्ष की शुरुआत 7 सितंबर से हुई थी और इसकी समाप्ति 21 सितंबर को होने जा रही है। इस अवधि में कई तरह के नियमों का भी ध्यान रखा जाता है, ताकि पितरों की कृपा साधक पर बनी रहे। यदि पितृ पक्ष के दौरान आपके घर में किसी बालक का जन्म हुआ है, तो इसे एक खास संकेत के रूप में देखा जाता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।
होती है सौभाग्य में वृद्धि
ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि यदि किसी बालक का जन्म पितृ पक्ष के दौरान हुआ है, तो उस पर पितरों की कृपा बनी रहती है। ऐसा बच्चा घर में सौभाग्य की वृद्धि करता है। ऐसे में इन बच्चों के आगमन से घर में खुशियों का भी आगमन होता है। साथ ही इन बच्चों को अपने ही कुल के पूर्वज के रूप में भी देखा जाता है। इसलिए पितृ पक्ष में घर में बालक का जन्म होना एक शुभ संकेत के रूप में देखा जाता है।
कैसा होता है भविष्य
ऐसा माना जाता है कि पितरों के आशीर्वाद से इन बच्चों का भविष्य बहुत ही उज्ज्वल होता है। यह लोग अपनी मेहनत और बुद्धिमान से खूब नाम कमाते हैं। साथ ही यह भी माना जाता है पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे बुद्धिमान होते हैं और अपने घर-परिवार से बहुत लगाव रखते हैं।
होती है ये खासियत
अगर किसी व्यक्ति का जन्म पितृ पक्ष में हुआ है, तो यह माना जाता है कि बहुत कम उम्र में उसमें जिम्मेदारी का भाव आ जाता है। साथ ही यह बच्चे बहुत ही रचनात्मक भी होते हैं और अपनी कला से खूब नाम कमाते हैं। साथ ही यह लोग बहुत ही खुशमिजाज भी होते हैं और अपने आसपास खुशियां फैलाते हैं।