वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस (Dhanteras 2025) मनाया जाता है। सनातन धर्म में इस पर्व का बेहद खास महत्व है। इस दिन भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही विशेष चीजों का दान किया जाता है। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
सनातन धर्म में कार्तिक के महीने को बेहद शुभ माना जाता है। इस माह में कई पर्व मनाए जाते हैं, जिनमें धनतेरस का त्योहार भी शामिल है। इस पर्व के दिन भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस अवसर पर उपासना करने से मां लक्ष्मी की कृपा से बिगड़े काम पूरे होते हैं और तिजोरी हमेशा भरी रहती है। इस दिन घर कुछ विशेष चीजों को लाना शुभ माना जाता है। इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है। साथ ही धन लाभ के योग बनते हैं। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि धनतेरस (Dhanteras 2025) के दिन घर क्या लाना चाहिए।
घर लाएं ये चीजें
धनतेरस के दिन सोना या चांदी को घर लाना बेहद शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सोना या चांदी खरीदने से साधक को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
इसके अलावा भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की प्रतिमा को लाना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है। साथ ही देवी की कृपा से जीवन खुशहाल रहता है। सभी मुरादें पूरी होती हैं।
धनतेरस के दिन पीतल के बर्तन घर लाने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से धन में वृद्धि होती है और रुके हुए काम पूरे होते हैं।
अगर आप जीवन में खुशियों का आगमन चाहते हैं, तो धनतेरस के दिन पीली कौड़ी को घर लाएं। इस उपाय को करने से धन से तिजोरी कभी खाली नहीं होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
धनतेरस 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Dhanteras 2025 Date and Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 18 अक्टूबर को धनतेरस मनाया जाएगा।
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत- 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर
कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का समापन- 19 अक्टूबर को दोपहर 01 बजाकर 51 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 43 मिनट से 05 बजकर 33 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजे से लेकर 02 बजकर 46 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 48 मिनट से 06 बजकर 14 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक