पौष अमावस्या साल 2025 की अंतिम अमावस्या है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पौष महीने की अमावस्या का विशेष महत्व होता है, क्योंकि यह महीना सूर्य देव और पितरों को समर्पित है। अमावस्या का दिन बेहद महत्वपूर्ण होता है, अगर इस रात कुछ खास उपाय किए जाएं, तो उनका असर जल्द देखने को मिलता है। आइए इस तिथि से जुड़े खास उपाय जानते हैं, जो इस प्रकार हैं –
पौष अमावस्या के अचूक उपाय
दीपदान
अमावस्या की रात पितरों की रात मानी जाती है। ऐसे में सूर्यास्त के बाद घर के दक्षिण कोने में सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं। इस स्थान पर दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं और परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं, जिससे बिगड़े काम बनने लगते हैं।
पीपल के वृक्ष के पास पूजा
रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाएं और उसमें थोड़े काले तिल डाल दें। पीपल में त्रिदेवों और पितरों का वास माना गया है। इस उपाय को करने से शनि दोष का प्रभाव कम होता है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है।
मां लक्ष्मी की कृपा के लिए
अमावस्या की रात मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बेहद खास मानी जाती है। रात के समय अपने घर के मुख्य द्वार पर घी के दो दीपक जलाएं। एक लाल कपड़े में 5 कौड़ियां और थोड़ा सा केसर बांधकर मां लक्ष्मी के सामने रखें और अगले दिन इसे अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है।
नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए
अगर घर में हमेशा क्लेश का माहौल रहता है। एक पानी वाले नारियल को अपने और परिवार के सदस्यों के ऊपर से 7 बार वार कर किसी बहते जल में प्रवाहित कर दें या चौराहे पर रख दें। ऐसा करने से नजर दोष और नकारात्मकता का नाश होता है।
अमावस्या पर क्या न करें?
रात के समय किसी श्मशान व सुनसान चौराहे पर जाने से बचें।
इस दिन मांस, मदिरा और तामसिक भोजन न करें।
घर के बड़े-बुजुर्गों का अपमान न करें, इससे पितृ रुष्ट हो सकते हैं।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।