आपने शनि ग्रह पीड़ा से मुक्ति के लिए कई उपाय पढ़ें या करें होंगे लेकिन हम आपको लाल किताब के अनुसार कुछ अद्भुत ही उपाय बता रहे हैं जिन्हें करके आप शनि पीड़ा से मुक्ति हो जाएंगे।
1. अपने घर में शहद रखें और थोड़ा बहुत शहद खाते रहें साथ ही किसी भी शनिवार को मंदिर में शहद का दान करें।
2. अंधे, दिव्यांग, गरीब, विधवा, अबला या सफाईकर्मियों को समयानुसार एक बार भोजन जरूर कराएं।
3. जुआ, सट्टा ना खेलें, शराब ना पीएं। भैरव मंदिर में शराब चढ़ाएं।
4. शमी के पेड़ को शनिवार के दिन जल अर्पित करना या उचित दिशा में कहीं पर भी शमी का वृक्ष लगाना।
5. पिता और पुत्र का कभी अनादर ना करें। आंख, दांत और आंत हमेशा साफ और मजबूत बनाए रखें।
शनि के रत्न : शनि के लिए अक्सर नीलम रत्न को पहने की सलाह दी जाती है। नीलम की ही तरह एक रत्न है लाजवर्त, कुछ लोग इसे नीलम समझकर पहनने हैं। नीलम के दो उपरत्न है, लीलिया, जमुनिया, नीली, नीला टोपाज, लाजवर्त, सोडालाइट, तंजनाईट आदि।। नीलम के प्रकार- 1. जलनील, 2. इन्द्रनील। शनि ग्रह के लिए तीन तरह की अंगूठी होती है, पहला नीलम की अंगूठी, दूसरा लोहे की अंगूठी और तीसरा घोड़े के नाल की अंगूठी। लोहे के छल्ले या अंगुठी को शनि का छल्ला कहा जाता है। नीलमणि : यह नीलम की ही तरह होती है।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।
