मासिक कार्तिगाई आंध्र प्रदेश में प्राचीन तमिल लोगों द्वारा मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है। इस दिन भक्त गंगा नदी में पवित्र स्नान करते हैं। साथ ही विधिपूर्वक कार्तिकेय देव की पूजा-अर्चना करते हैं। यह पर्व भगवान कार्तिकेय के नाम पर ही रखा गया है। तो चलिए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं –
सनातन धर्म में मासिक कार्तिगाई पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। यह पर्व ज्यादातर आंध्र प्रदेश में मनाया जाता है। इस पर्व को लोग दीपम के नाम से भी जानते है। यह दिन भगवान कार्तिकेय को समर्पित है।
इस दिन जातक मिट्टी के दीपक जलाते हैं और अपने परिवार की समृद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। इस माह यह पर्व 20 जनवरी को मनाया जाएगा।
मासिक कार्तिगाई 2024 का धार्मिक महत्व
तमिलनाडु में लोग कार्तिकाई दीपम को कार्तिकाई विलाक्किडु भी कहते हैं। कार्तिगाई दीपम प्रकाश का एक और त्योहार है, जो पूरे भारत में व्यापक रूप से मनाया जाता है। इसे तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में प्राचीन तमिल लोगों द्वारा मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक माना जाता है।
इस दिन भक्त गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाते हैं।
साथ ही विधि अनुसार भगवान कार्तिकेय की पूजा करते हैं, जो उनके नाम पर ही रखा गया है। वहीं पूजा करने के बाद शाम को दीपक समारोह आयोजित किया जाता है, जिसे लोग पूरी खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।
मासिक कार्तिगाई 2024 पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- अपने घर के साथ पूजा घर को साफ करें।
- पूरी श्रद्धा के साथ इस दिन भजन- कीर्तन करें।
- अपने घरों को फूलों से सजाएं।
- भगवान के सामने दीपक जलाएं।
- पूरे घर को दीपक से रोशन करें।
- विधिपूर्वक भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
- आरती से पूजा का समापन करें।
- पूजा के दौरान अपनी गलती के लिए क्षमा मांगे।
- भगवान के समक्ष शंखनाद जरूर करें।
- व्रती पूजा के बाद अपना व्रत खोलें।
- परिवार के लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।