राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। राम भक्त अपने आराध्य के स्वागत के लिए तैयार हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर में एक सप्ताह पहले से वैदिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। अयोध्या समेत देश-विदेश में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। वहीं मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित श्री रामराजा मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं।
राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। राम भक्त अपने आराध्य के स्वागत के लिए तैयार हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मंदिर में एक सप्ताह पहले से वैदिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। अयोध्या समेत देश-विदेश में प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के दिन को खास बनाने के लिए पूरी दुनिया में तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित श्री रामराजा मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए ओरछा में घरों पर ध्वज और वन्दनवार लगाकर सजाया जाएगा।
मंदिर की होगी शानदार सजावट
मिली जानकारी के अनुसार,ओरछा के श्री रामराजा मंदिर को लाइट और फूलों से खूबसूरत तरीके से सजाया जाएगा और अयोध्या से भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण श्री रामराजा मंदिर के बाहर एलईडी स्क्रीन लगाकर किया जाएगा। मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था की जाएगी।
इस दिन शाम को ओरछा में कंचना घाट पर बेतवाजी की आरती के बाद एक लाख दीप जलाएं जाएंगे। इससे ओरछा नगरी जगमग होगी। साथ ही इस क्षेत्र में धार्मिक जगहों पर भजन-कीर्तन, रामधुन, राम कीर्तन और सुंदरकांड के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। श्रीराम नगरी ओरछा को बेहतरीन तरीके से सजाया जाएगा।
श्री रामराजा मंदिर की खासियत
श्री रामराजा मंदिर में भगवान श्री राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। वैसे यहां सालों भर भक्तों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन रामनवमी के अवसर पर यहां अदभुत नजारे देखने को मिलते हैं। कहा जाता है कि श्री रामराजा मंदिर में हिंदूओं के साथ मुसलमान भी रामराज की पूजा-अर्चना करते हैं।
इस मंदिर की एक विशेष बात यह है कि यहां एक राजा के रूप में विराजने की चार पहर की आरती में उन्हें बंदूकों से सलामी दी जाती है। ओरछा में कण-कण में राम हैं। ओरछा दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए उपयुक्त है।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।