सनातन धर्म में संकष्टी चतुर्थी का अधिक महत्व है। हर महीने में दो चतुर्थी तिथि होती है। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस बार यह तिथि 28 फरवरी को है। इस अवसर पर भगवान गणेश जी की विधिपूर्वक पूजा-व्रत करने का विधान है। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में व्याप्त सभी दुख और संताप खत्म हो जाते हैं। साथ ही आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। धार्मिक मत है कि द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ विशेष चीजों का दान करने से इंसान को शुभ फल की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं कि द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन किन चीजों का दान करना फलदायी होता है।
इन चीजों का करें दान
अगर आप जीवन में किसी तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो ऐसे में द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन हाथी को चारा खिलाएं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा करने से परेशानी निजात मिलती है।
इसके अलावा द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन पूजा के समय श्री गणेश जी को पीले गेंदे का फूल और पांच हरी दूर्वा अर्पित करें। मोदक और फल का भोग लगाएं। इसके पश्चात लोगों में प्रसाद का दान करें। माना जाता है कि ऐसा करने से इंसान को सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के अवसर पर श्रद्धा अनुसार गरीबों में कपड़े और दक्षिणा का दान करें। मान्यता है कि इससे श्री गणेश प्रसन्न होते हैं और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
करें ये कार्य
अगर आप बिजनेस में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपत्ति बप्पा को 21 दुर्वा की गांठ के साथ गुड़ के लड्डू का भोग लगाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से आपको बिजनेस में सफलता मिलेगी।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।