प्रत्येक फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी का व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत किया जाता है और उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि एकादशी का व्रत करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि विजया एकादशी के दिन आप किन उपायों द्वारा भगवान विष्णु की कृपा के पात्र बन सकते हैं।
विजया एकादशी का मुहूर्त (Shubh Muhurat)
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 06 मार्च को सुबह 06 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही एकादशी तिथि का समापन 07 मार्च को प्रातः 04 बजकर 13 मिनट होने जा रहा है। ऐसे में विजया एकादशी 06 मार्च, बुधवार के दिन मनाई जाएगी।
शादीशुदा जोड़ा करे ये काम
विजया एकादशी के दिन शादीशुदा जोड़े को तुलसी के पौधे में कलावा बांधना चाहिए और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करनी चाहिए। ऐसा करने से साधक को तुलसी जी के साथ-साथ भगवान श्री हरि की भी कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही विजया एकादशी के शुभ अवसर पर आप तुलसी माता को सुहाग की साम्रगी और लाल चुनरी अर्पित भी कर सकते हैं। इससे दांपत्य जीवन में लाभ देखने को मिल सकता है।
जीवन में मिलेगा लाभ
विजया एकादशी के दिन तुलसी के पौधे की पूजा के दौरान उसमें कच्चा दूध भी जरूरी चढ़ाना चाहिए। क्योंकि इस शुभ दिन पर तुलसी में कच्चा दूध चढ़ाना बहुत ही मंगलकारी माना जाता है। इसके साथ ही शाम के समय तुलसी पर घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं।
करें इस मंत्र का जाप
महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।।
यह तुलसी जी का ध्यान मंत्र है। विजया एकादशी के दिन तुलसी पूजन के दौरान इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिल सकता है।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।