छोटी होली को होलिका दहन के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन पर लोग शाम के समय अपने घर से बाहर विधि-विधान के साथ होलिका की पूजा करते हैं। यह दिन बुरी शक्तियों पर विजय का प्रतीक है और यह भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है।
छोटी होली का हिंदुओं में बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। तो आइए इसकी तिथि और मुहूर्त के बारे में जानते हैं –
छोटी होली तिथि और समय
- पूर्णिमा तिथि की शुरूआत – 24 मार्च, 2024 – 09:54 से
- पूर्णिमा तिथि का समापन – 25 मार्च, 2024 – 12:29 तक
- होलिका दहन का मुहूर्त- रात 11:13 बजे से 11:53 बजे तक।
- भद्रा पूंछ- शाम 06:33 बजे से शाम 07:53 बजे तक
- भद्रा मुख- शाम 07:53 बजे से रात 10:06 बजे तक।
छोटी होली से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
- सनातन धर्म में छोटी होली का अपना एक खास महत्व है। होली आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, फरवरी और हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह त्योहार फाल्गुन माह में मनाया जाता है।
- होलिका दहन का पर्व शाम को सूर्यास्त के बाद मनाया जाता है, जब आग जलाई जाती है और लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ प्रार्थना करने आते हैं। होलिका दहन एक अनुष्ठानिक अलाव है, जिसमें सभी नकारात्मक शक्तियों का दहन हो जाता है।
- इस दिन लोगों को वहीं पूजा करनी चाहिए, जहां होलिका दहन होती है। लोगों को इस शुभ पूर्व संध्या पर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए, विभिन्न वैदिक मंत्रों का जाप करना चाहिए। साथ ही अच्छे स्वास्थ्य, धन, समृद्धि के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।