चल रही है शनि की साढ़ेसाती, तो इन कार्यों को करें अनदेखा

शनि देव की पूजा शास्त्रों में बेहद कल्याणकारी मानी गई है। ज्योतिष के अनुसार जिन जातकों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है उन्हें बेहद संभलकर रहना चाहिए। कुछ लोगों का कहना होता है कि शनि की साढ़ेसाती में व्यक्ति को बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं जबकि ऐसा नहीं है। अगर कर्मों पर ध्यान दिया जाए तो शनि की साढ़ेसाती का भी प्रभाव कम हो जाता है।

 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव न्याय के देवता माने गए हैं। वे सभी को कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जिन जातकों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है, उन्हें बेहद संभलकर रहना चाहिए। कुछ लोगों का कहना होता है कि शनि की साढ़ेसाती में व्यक्ति को बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं, जबकि ऐसा नहीं है।

अगर कर्मों पर ध्यान दिया जाए, तो शनि की साढ़ेसाती का भी प्रभाव कम हो जाता है, तो आइए जानते हैं कि इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

शनि की साढ़ेसाती में न करें ये काम

  • शनि की साढ़ेसाती में जातक को भूलकर भी किसी असहाय व्यक्ति को परेशान नहीं करना चाहिए।
  • वाहन संभलकर चलाना चाहिए।
  • किसी भी स्थान में तर्क-वितर्क करने से बचना चाहिए।
  • झूठ बोलना, धोखा देना, चोरी करना, दूसरों को सताना जैसी बुरी आदतों से दूर रहना चाहिए।
  • इस अवधि के दौरान जूठन खाने से बचना चाहिए।
  • इसके अलावा शनिवार के दिन मांस-मदिरा खाना, लोहा और सरसों के तेल को खरीदने से बचना चाहिए।
  • साथ ही शनिवार को काले कपड़े व चमड़े के सामान खरीदने से भी बचना चाहिए।

साढ़ेसाती के उपाय

अगर आप साढ़ेसाती या फिर किसी भी प्रकार के शनि दोष से पीड़ित हैं, तो आपको हर शनिवार के दिन भगवान शनि की पूजा विधिपूर्वक करनी चाहिए। इसके साथ ही पीपल के पेड़ के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। गरीबों की मदद करनी चाहिए। स्वभाव में विनम्रता रखनी चाहिए।

इसके अलावा ज्योतिष की सलाह लेकर नीलम रत्न पहनना चाहिए। इससे साढ़ेसाती का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो जाता है।

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